पटना(PATNA): सामाजिक नेता शरद यादव का बीते कल इलाज के दौरान निधन हो गया. इसको लेकर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि उनके निधन की खबर देर रात ही मिली, जिससे मन बहुत दुखी हुआ. इस खबर को जानकर हम उनके प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त करते हैं उनके निधन से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है इतनी बड़ी छती हुई है जिसकी भरपाई संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि जीवन भर उन्होंने वंचित, शोषित और दलितों के लिए संघर्ष किया.
ललन सिंह ने किया दुख प्रकट
इसके अलावा ललन सिंह ने भी जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर अपनी संवेदना प्रकट की है. ललन सिंह ने कहा कि शरद यादव के आकस्मिक निधन की खबर सुनकर स्तभ हूं. उनसे मेरे व्यक्तिगत और राजनीतिक रिश्ते पिछले 40 वर्षों से रहे हैं. उन्होंने कहा कि शरद यादव आजीवन एक संघर्षशील नेता रहे हैं. सबसे पहली बार लोक नायक जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में चल रहे 1974 आंदोलन के दौरान भोपाल से जनता उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर लोकसभा आए थे, तब से लेकर अंतिम समय तक वह राजनीतिक मानचित्र पर हमेशा चमकते रहे. उन्होंने कहा कि वो अब हमारे बीच नहीं हैं.
RJD कार्यालय में शरद यादव को दी गई श्रद्धांजलि
शरद यादव की मौत की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी और लगातार नेताओं की ओर से श्रद्धांजलि दी जा रही है. इसी कड़ी में पटना में राजद प्रदेश कार्यालय में स्वर्गीय शरद यादव की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. इस दौरान राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह मौजूद रहे. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा हम लोग शपथ लिए हैं आपके जाने के बाद भी राष्ट्रीय जनता दल कमंडल के सामने कभी मंडल को हारने नहीं देगा जो हमारी सामाजिक न्याय की धारा है.