टीएनपी डेस्क(TNP DESK): बालासोर में भीषण रेल हादसे के बाद से रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार घटनास्थल पर मौजूद रहे. इस रेलवे रूट पर ट्रेनों का आवागमन लिमिटेड रूप से शुरू कर दिया गया है. रेल मंत्री ने कहा था कि जब तक इस रेल रूट पर गाड़ियों का आवागमन शुरू नहीं हो जाता तब तक वे यहां से नहीं जाएंगे. कोरोमंडल एक्सप्रेस का पहला रैक इस ट्रैक से गुजरा है. अप और डाउन लाइन को चालू कर दिया गया है.
घायलों के लिए की जा रही बेहतर इलाज की व्यवस्था
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वैसे रविवार को कहा था कि बुधवार की सुबह तक इस रूट पर ट्रेनों का आवागमन सामान्य हो जाएगा. दुर्घटना स्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि अभी हमारा दायित्व पूरा नहीं हुआ है. मरम्मती का काम तेजी से चल रहा है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जिन लोगों ने इस हादसे में अपने परिजनों को खोया है, उनके पार्थिव शरीर को उनके घरों तक पहुंचाने का प्रयास चल रहा है. जो घायल हुए हैं उनके बेहतर इलाज की व्यवस्था की जा रही है.
51 घंटे के अंदर दोनों लाइनें चालू
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पत्रकारों से बात करते हुए बहुत भावुक हो गए और उनके बोल लड़खड़ाने लगे. रेल मंत्री आगे कुछ भी नहीं बोल पाए. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि उनकी संवेदना सभी पीड़ित परिवारों के साथ है रेलवे परिजनों कि इस दुख की घड़ी में साथ खड़ा है. उल्लेखनीय है कि दुर्घटना स्थल वाले रेलवे रूट पर आप और डाउन लाइन को चालू करने के लिए युद्ध स्तर पर मरम्मती का काम शुरू हुआ जिसका परिणाम यह है कि 51 घंटे के अंदर दोनों लाइनें चालू हो गई हैं.
दुर्घटना की जांच केंद्रीय एजेंसी सीबीआई से कराने की अनुशंसा
मालूम हो कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि दुर्घटना स्थल के पास इंटरलॉकिंग सिस्टम में तकनीकी खराबी की वजह से यह हादसा हुआ है. रेलवे बोर्ड ने दुर्घटना की जांच केंद्रीय एजेंसी सीबीआई से कराने की अनुशंसा भी की है. उल्लेखनीय है कि इस दुर्घटना में 288 लोगों की मौत हो गई और 1000 से अधिक रेल यात्री घायल हैं.