टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-अभी प्रदेश की राजनीति डुमरी विधानसभा उपचुनाव पर शिफ्ट हो गयी है. 8 सितंबर तक इसकी गर्माहट और चर्चा उफान पर रहेगी, यह सवाल सबके मन में है कि टाइगर की इस सीट पर अगला जनप्रतिनिधि डुमरी का कौन होगा. जी हां यहां टाइगर दिवंगत नेता जगरनाथ महतो को बोला जाता था. झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतों का 6 अप्रैल को निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी. तब ही ये उपचुनाव हो रहा है. जगरनाथ द को टाइगर प्यार से लोग पुकारा करते थे. डुमरी की मिट्टी से उनका मोह ,लगाव और लोकप्रियता का आलम ये था कि वह यहां के जन-जन के नेता थे.
लोकप्रिय नेता थे जगरनाथ महतो
टाइगर की एक दहाड़ से लोगों को हुजूम जुड़कर पीछे-पीछे चलने लगता था. अगर ऐसा नहीं होता तो लगातार चार बार और करीब दो दशक तक टाइगर जेएमएम से यहां विधायक नहीं बनें होते. कम उम्र में ही डुमरी में राजनीति में कदम रखने वाले जगरनाथ महतो ने 2005, 2009, 2014 और 2019 में लगातार चार बार झारखंड मुक्ति मोर्च से चुनाव जीतकर अपनी बादशहत को आखिरी दम तक बरकरार रखी. उनको चुनौती देने वाले कोई विरोधी टिक नहीं सका. वे जिंदगी के आखिरी सांस तक तक विधायक औऱ डुमरी के नेता बनें रहें. जगरनाथ द तो इस दुनिया में नहीं है, लेकिन डुमरी में उनका वजूद, काम और विचार आज भी लोगों के मन में मौजूद हैं. टाइगर सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते थे. उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सिचाई पर खूब काम किया. लोगों की समस्याओं को सुलझाने में कभी पीछे नहीं हटे.
उपचुनाव में टाइगर फैक्टर
जगरनाथ महतो की वाइफ बेबी देवी डुमरी की जंग में चुनावी मैदान में अपने विरोधियों को जोरदार टक्कर दे रही है. वो चुनाव प्रचार में अपने पति का नाम लेकर बड़े-बुजुर्गों से आशीर्वाद मांग रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ एक सभा में बेबी देवी ने स्थानीय खोरठा भाषा में ही संवाद कर लोगों से अपने दिवंगत पति के खातिर वोट देने की गुजारिश की और दिल जीत लिया. उन्होंने कहा कि ‘’ सभीन के प्रणाम करय हियो, और एक बात सुइन ल कि मंत्री जी (स्वर्गीय जगरनाथ महतो)जेतना काम कर लो,कोय न कर लो, एहे खातिर 5 सितंबर को याद रखिया ‘. इसमे शक नहीं है कि मतदाताओं का रुझान भी जगरनाथ दा के चलते उनकी ओर थोड़ा मुड़ता दिख रहा है. यानि साहनूभूति की लहर राज्य के इस छठे उपचुनाव में दिख रही है. इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी लगातार डुमरी में आम सभा कर लोगों से बेबी देवी के लिए वोट मांग रहें है. उन्होंने कहा है कि बेबी देवी की जीत ही जगनाथ महतो को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
टाइगर अभी जिंदा है
इस उपचुनाव में टाइगर यानि जगरनाथ द तो नहीं है. लेकिन न होते हुए भी उनकी परछाई दिख रही है. जेएमएम उनके नाम पर ही मैदान में विरोधियों को चुनौती दे रही है. क्योंकि, डुमरी की सीट पर उनकी मौजूदगी ही जीत की तरफ इशारा कर देती थी. आज उनकी गैरमोजूदगी के बावजूद उनकी वाइफ बेबी देवी औऱ जेएमएम को भरोसा है कि 5 सितंबर को वोट उनके पक्ष में ज्यादा गिरेगा. हालांकि, ये तो सच है कि डुमरी की लड़ाई अभी तेज होगी, कई करवटें देखने को मिलेगी. फिलहाल, झारखंड में एनडीए औऱ इंडिया की इस पहली लड़ाई में कौन विजेता होगा ये तो सवाल है. सभी अपने-अपने दांवे जोर शोर से कर रहे है. आजसू की प्रत्याशी यशोदा देवी को भी अपनी जीत पर एतबार है. हालांकि, ये सच्चाई है कि डुमरी उपचुनाव में दिवंगत जगरनाथ महतो बेशक नहीं है. लेकिन, उनका वजूद तो न रहते हुए भी दिखता है. यानि टाइगर अभी जिंदा है.
रिपोर्ट-शिवपूजन सिंह