रांची- रोजगार और बेरोजगारी भत्ता जैसे लोक लुभावन नारों के साथ सत्ता आने वाली हेमंत सरकार पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने बड़ा हमला बोला है. सुदेश महतो ने कहा है कि हेमंत सरकार के तीन वर्ष तो पुरानी योजनाओं को नया नाम देने में ही गुजर गया, बड़े-बड़े दावे के साथ सत्ता में आयी यह सरकार आज अपने ही वादों के तले हांफती नजर आ रही है.
सुदेश महतो ने श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता को चुनौती देते हुए सवाल किया कि सरकार इस बात का ही खुलासा कर दें कि इन तीन सालों में कितने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता मिला.
धुंआधार घोषणाओं के बल पर सत्ता में आयी थी सरकार
जबकि सच्चाई यह है कि इस सरकार ने वर्ष 2021 -22 में ही स्नातक पास छात्रों को पांच हजार और परास्नातक पास छात्रों को सात हजार प्रति वर्ष देने की घोषणा की थी. लेकिन आज कोई नहीं जानता कि उन धुंआधार घोषणाओं का क्या हुआ. इस वर्ष भी सरकार ने इस मद्द में 146 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है, क्या सरकार इस राशि को खर्च करेगी या वित्तीय वर्ष की समाप्ति के पहले इस राशि को प्रत्यावर्तित कर दिया जायेगा.
क्योंकि यदि आंकड़ों बात किया जाय तो इस सरकार ने नियोजन सेवा का विस्तार के तहत 12320 लाख, मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना 8766 लाख, मुख्यमंत्री युवा उड़ान योजना, मुख्यमंत्री युवा सामर्थ्य योजना और मुख्यमंत्री प्रतिभा प्रोत्साहन योजना का करीबन 8322 लाख करोड़ की राशि को खर्च नहीं कर प्रत्यावर्तित करती रही है, साफ है कि सरकार की मंशा इस राशि को भी खर्च नहीं कर प्रत्यावर्तित करने की है. योजना दर योजना का हवाला देते हुए सुदेश महतो लगातार सरकार पर सवाल दर सवाल खड़े करते रहें.
