रांची(RANCHI): झारखंड में केन्द्रीय जांच एजेंसी की जांच तेज है.जमीन घोटाले,बालू खनन और ट्रांस्फर पोस्टिंग के मामले में दरोगा मीरा सिंह के ठिकानों पर ईडी की दबिश करीब 12 घंटे से अधिक देखी गई.इस दौरान मीरा के आठ मोबाईल फोन भी ईडी को मिले. जिसके डेटा को रिकवर किया गया. बताया जा रहा है कि इस चैट में कई रसुखदारों और सत्ता के शीर्ष में बैठे लोगों के साथ चैट सामने आए है.चैट करीब 100 जीबी का है. जिसमें ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर बालू की कालाबाजारी से जुड़ा हुआ है.इस मामले में अब ईडी मीरा सिंह को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुला सकती है.
चैट में कई जानकारी मिली है. सूत्रों की माने तो मीरा सिंह से एक IPS अधिकारी ने ट्रांसफर के लिए गुहार लगाया था. अधिकारी को मनचाहे जिले में पोस्टिंग करानी थी. मीरा ने उस अधिकारी का ट्रांसफर बड़े ही आराम से करा दिया. इससे ही मीरा की पहुंच का अंदाजा लगाया जा सकता है.आईपीएस अधिकारी और दरोगा में आसमान जमीन का फ़र्क है. लेकिन यह झारखंड है यहाँ कुछ भी संभव हो सकता है.इसके अलावा अवैध बालू के ट्रक को क्रॉस कराने संबंधित भी चैट ईडी को मिला है.जिसमें ट्रक का नंबर और डिटेल्स मीरा को व्हाट्सअप के जरिए भेजा जाता था.
बालू और ट्रांसफर पोस्टिंग से जुड़े मामले में अब ईडी पहले तो मीरा को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुला सकती है. पूछताछ के बाद मीरा से हुए सवाल जवाब की वेरीफिकेशन के लिए संबंधित व्यक्ति को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाएगी. इससे साफ है कि जब ईडी के अधिकारी मीरा के मोबाईल के चैट को दिखा कर सवाल जवाब करेगी तो जवाब देना थोड़ा मुश्किल रहेगा.ऐसे में मीरा के साथ साथ बालू का सिंडीकेट चला रहे लोगों के सामने भी एक मुश्किल हालत बन जाएंगे.एक से दो दिनों में कई लोगों को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
मीरा पर ईडी ने दर्ज किया EICR
ACB में दर्ज केस के आधार पर ईडी यानिप्रवर्तन निदेशालय ने मीरा सिंह पर EICR दर्ज कर लिया है. इस दर्ज EICR के आधार पर ही अब आगे की जांच किया जाएगा.जांच में कई कड़ी जुड़ेगी. बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन की सरकार में मीरा का रसूख काफी अधिक था. किसी मामले में DGP ने इनका तबादला हजारीबाग कर दिया था. जिसके बाद मीरा ने उस तबादले को ही वापस करा दिया था. दावा किया जा रहा है कि मीरा हेमंत सरकार में प्रभावी रहे एक व्यक्ति के संपर्क में थी. उससे संबंधित भी चैट मिले है.
मालूम को की यह वही मीरा सिंह है जिन्हे ACB ने दस हजार रुपये घुस लेते हुए गिरफ्तार किया था. मामला 2021 का है जब खूंटी म महिला थाना में मीरा सिंह दरोगा थी. एक केस मैनेज करने के मामले में ACB के प शिकायत दर्ज कराई गई थी. उसके बाद मीरा की गिरफ़्तारी हुई जेल गई. लेकिन जेल से छूटने के बाद वापस इन्हे रांची में पोस्टिंग की गई. और टुपू दाना ओपी का प्रभारी बना दिया गया.करीब दो साल से अधिक समय से मीरा टुपुदाना की प्रभारी है.