टीएनपी डेस्क(TNP DESK): सावन का महीना भगवान शिव के लिए काफी शुभ माना जाता है, क्योंकि इस पूरे महीने भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने और जलापर्ण करने का विशेष फल मिलता है. सावन के महीने में भगवान शिव की आराधना करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. वैसे तो भगवान शिव भक्तों के प्यार के भूखे होते है, लेकिन फिर भी कुछ चीजें ऐसी है, जो बाबा भोलेनाथ को ज्यादा पसंद है, इन चीजों को चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते है, और भक्तों को आशीर्वाद देते है, जिससे भक्तों के जीवन में खुशहाली आती है.
सनातन धर्म में सावन महीने का है विशेष महत्व
सावन के महीने का महत्व सनातन धर्म में काफी ज्यादा माना जाता है, यही वजह है कि इस महीने में लोग अलग-अलग तरीके से भगवान शिव को खुश करने में लगे होते है. वैसे तो सभी लोग अपने-अपने तरीके से भोलेनाथ की आराधना करते है, लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के नाम बता रहे है, जिसको यदि आप बाबा भोलेनाथ को समर्पित करते है, तो आपकी सारी मनोकामनाओं जल्दी पूर्ण हो जाती है. वो चीजें कौन सी है आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिये बतायेंगे.
भगवान शिव को पसंद ये पांच चीजें
जब भी भगवान शिव की पूजा करें तो उनकी पसंदीदा चीजों में लस्सी, दूध, खीर, पंचामृत, भांग मिठाई हलवा, दही आदि का भोग जरूर लगाएं. यह सारी चीजें भगवान शिव को काफी ज्यादा पसंद है. इसलिए जब भी आप इन चीजों का भोग लगाते हैं तो भगवान शिव आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं.
शहद का लगाये भोग
ऐसा मानना जाता है कि सावन के महीने में अगर आप भगवान शिव को शहद का भोग लगाते हैं या चढ़ाते हैं तो इसे आपके जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. वहीं आपके रिश्ते में मिठास आती है. इसलिए सावन के महीने में भगवान शिव के शिवलिंग पर शहद जरूर चढ़ाना चाहिए.
शिव जी को खीर है काफी पसंद
भगवान शिव की पत्नी पार्वती जब पहली बार कैलाश पर्वत पर शादी होने के बाद आई थी तो अपनी पहली रसोई में अपने हाथों से भगवान शिव को खीर बनाकर अर्पित किया था जो भगवान शिव को काफी ज्यादा पसंद आयी थी.इसलिए कहा जाता है कि खीर भगवान शिव को पसंद है.
मालपुए से बाबा होते है प्रसन्न
वहीं भगवान शिव को मालपुए भी काफी पसंद हैं. कहा जाता है कि जब रासलीला में शामिल होने के लिए भगवान शिव ब्रज आए थे तब भगवान कृष्ण ने उन्हें मालपुए खाने को दिया था. यही वजह है कि भगवान शिव को ये काफी पसंद है.
शिवलिंग पर दूध करें अर्पित
भगवान शिव का दूसरा नाम बिषधर भी है. समुद्र मंथन में जब हलाहल का प्याला निकला था तो भगवान शिव ने ग्रहण किया था उसको पीने के बाद भगवान शिव उस विष की गर्मी से परेशान हो गये, तब ठंडक देने के लिए देवताओं ने उनपर दूध चढ़ाया था, इसलिए भगवान शिव को ये काफी पसंद है.