दुमका(DUMKA): दुमका लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी है सीता सोरेन. सीता सोरेन जब से झमुमो छोड़ भाजपा का दामन थामी है तब से सोशल मीडिया पर कुछ ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है. भाजपा का गुणगान हो या देवर देवरानी पर हमला, सोशल साइट X को माध्यम बना रही है. लेकिन कभी कभी दाव उल्टा पड़ जाता है इस वजह से उन्हें फजीहत भी झेलनी पड़ती है.
देखिए सीता सोरेन ने पहले क्या किया था पोस्ट
दरअसल सीता सोरेन के X एकाउंट से एक पोस्ट किया गया. सबसे पहले बताते है क्या लिखा गया था उस पोस्ट में :- परिवारवादी सहजादे और बाप बेटे की जोड़ी ने झारखंड को लूट का अड्डा बनाकर छोड़ दिया है. लेकिन अब जनता ने ठान लिया है कि इस बार ठगबंधन का पूरी तरह से सफाया होगा. 14 के 14 सीटों पर झारखंड की जनता कमल खिलाएगी.
यह पोस्ट तब किया गया जब पीएम नरेंद्र मोदी 3 मई को झारखंड के दौरे पर आने वाले थे. पोस्ट के माध्यम से हेमंत और बसंत के साथ साथ दिसोम गुरु शीबू सोरेन को भी निशाने पर लिया गया था. बताते चलें कि झमुमो छोड़ने के बाबजूद सीता सोरेन ने हर मंच से शीबू सोरेन को सम्मान दिया. इतना ही नहीं गांडेय में कल्पना सोरेन के नॉमिनेशन के बाद आयोजित जनसभा में मंच पर दिशोम गुरु को देख कर आगबबूला हो गयी और गुरु जी के स्वास्थ्य का हवाला देकर कल्पना पर जमकर हमला बोली थी. इस स्थिति में सीता सोरेन के नए पोस्ट को यूजर ने आड़े हाथों लिया. सीता सोरेन के नए और पुराने पोस्ट को मिलाकर एक यूजर द्वारा नया पोस्ट बनाया गया और कैप्शन में लिखा गया :- एक तरफ झूठी चिंता औऱ दूसरी ओर ऐसी मानसिकता देखते ही देखते यह पोस्ट ट्रेंड करने लगा. सीता सोरेन की फजीहत होने लगी.
3 मई की शाम सीता सोरेन ने X पर पोस्ट कर माँगी माफ़ी
बात बिगड़ता देख 3 मई की शाम सीता सोरेन ने X पर एक नया पोस्ट किया. जिसमें लिखा:- अभी-अभी पता चला है कि मेरे सोशल मीडिया अकाउंट से एक ट्वीट पोस्ट किया गया है जो असंवेदनशील है और मैं इसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं. चुनावी व्यस्तताओं के कारण मैं अपना सोशल मीडिया खुद नहीं चला पा रही हूं, और इसकी जिम्मेदारी एक सोशल मीडिया टीम को दी थी जिसकी तरफ से चूक हुई है. मामले का संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही कर दी गई है. साथ ही मैं ये कहना चाहती हूं कि जिसने भी मेरी राजनीति को देखा है वे जानते हैं कि मैं बाबा का कितना सम्मान करती हूं पर कुछ लोग इतने मुद्दा विहीन हैं कि इस ट्वीट का राजनैतिक फायदा उठाना चाहते हैं. झारखंड की जनता से आग्रह है कि इनकी भ्रामक बातों में न फंसे.
इसमें कोई शक नहीं कि पार्टी और परिवार से बगावत का बाबजूद भाजपा के हर मंच से सीता सोरेन ने दिसोम गुरु के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला. हमेशा गुरुजी के सम्मान में बोलते नजर आयी. इसके बाबजूद सीता सोरेन के सोशल साइट एकाउंट पर इस तरह का पोस्ट पढ़ कर लोग आश्चर्य चकित रह गए और यूजर को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया और सीता सोरेन को जमकर ट्रोल किया जाने लगा. अब जबकि सीता सोरेन ने सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है और पोस्ट पर उचित कार्यवाही भी कर दी है इसके बाबजूद यह पोस्ट चर्चा में बना हुआ है.
रिपोर्ट: पंचम झा