टीएनपी डेस्क(TNP DESK): भारत में 5 जी नेटवर्क चालू हो गया है.अब यहां का तंत्र विदेशों की तर्ज पर काम कर रहा है. सरकारी हो या प्राइवेट सभी जगहों पर हाई स्पीड इंटरनेट काम कर रहा है. लेकिन आप यह जान कर हैरान हो जाएंगे की देश में एक सरकारी विभाग के पास आज भी 2 जी मशीन है. सोचिए 5 जी वाले देश में वह मशीन किस तरह से काम करती होगी. हर तरफ दुनिया आगे बढ़ रही है कार्यालय हाई टेक हो रहे हैं. यहां तक कि देश में कई जगहों पर रोबोट भी काम करने लगे हैं. लेकिन देश के खाद्य, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता विभाग के छः लाख से अधिक दुकानों पर 2 जी की मशीन लगी होती है.
एक लाभूक को राशन देने में लगता है 10 से 15 मिनट का समय
ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तर पर गरीबों को राशन देने वाली दुकान की हालात खराब है. यह दुकान गरीबों को एक रुपये किलो चावल और अन्य अनाज मुहैया कराती है. इस दुकान पर जब आप जाएंगे तो वहां पर गरीब और अनपढ़ लोग ही दिखेंगे. जो सुबह पांच बजे से शाम 6 बजे तक इस आस में बैठे रहते हैं कि उन्हें राशन मिलेगा. लेकिन राशन दुकानदार के पास मौजूद 2 जी POS मशीन सही से काम ही नहीं करती है. दुकानदार कभी दुकान के अंदर तो कभी दुकान के बाहर करता है कि काश नेटवर्क आ जाए. कई बार नेटवर्क काम नहीं करने के वजह से राशन वितरण में बड़ी समस्या होती है. नेटवर्क सही काम करता भी है तो एक राशन लाभूक की प्रक्रिया पूरी करने में दुकानदार को 10 से 15 मिनट का समय लग जाता है.
5 जी में मशीन लगने से लाभूक की परेशानी होगी दूर
स्लो नेट की परेशानी देश के छह लाख दुकानदार झेल रहे हैं. आखिर यह अपनी समस्या किस्से कहे. क्योंकि यह परेशानी किसी एक के साथ नहीं है .सरकारी तंत्र में बैठे अधिकारियों को इसपर विचार कर दुकानों में लगे 2 जी मशीन को बदलने की जरूरत है. जिससे आसानी से राशन का वितरण हो सके.
पीडीएस दुकानदार कैसे करते हैं राशन का वितरण
पीडीएस दुकानदार पहले लाभूक का राशन कार्ड नंबर अपने मशीन में डालते है. उसके बाद उन्हे परिवार के सदस्यों का नाम खुल जाता है. फिर जो सदस्य राशन लेने आया है उसके नाम पर क्लिक कर उसके उंगली का निशान लेना पड़ता है. इन सब प्रक्रिया करने में नेट स्लो के कारण एक ही लाभूक का निशान लेने में 10 से 15 मिनट की प्रक्रिया करनी पड़ती है.
देश में 80 करोड़ लोगों को मिलता है लाभ
देश में 23 हजार करोड़ राशन कार्ड होल्डर है. एक कार्ड में 3 से चार लोगों का नाम है जब इसे व्यक्ति के हिसाब से देखेंगे तो इसमें 80 करोड़ से अधिक लोग शामिल हो जाएंगे. देश में यह एक सबसे बड़ी योजना सरकार की है जिसमें बीपीएल धारियों को सर्वे के आधार पर राशन कार्ड उपलब्ध कराया गया है. जिससे उन्हें फायदा मिल रहा है.