टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : प्रयागराज से लौट रहा उग्रवादी आक्रमण गंझू फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में है. उसे उसकी पत्नी नीलम देवी के साथ गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के हत्थे चढ़ा 15 लाख का इनामी उग्रवादी आक्रमण उर्फ रविंद्र गंझू उर्फ नेता जी उर्फ केजरीवाल कई मामलों में वांछित रहा है. उसकी गिरफ्तारी के चतरा, हजारीबाग, लातेहार और पलामू पुलिस दिनरात एक कर रही थी. क्योंकि टीएसपीसी के अधिकतर टॉप कमांडर या तो पुलिस की गोली के शिकार हुए हैं या फिर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.
टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के फाउंडर माने जाने वाले ब्रजेश गंझू और आक्रमण गंझू ही पुलिस की पकड़ से दूर था. ब्रजेश गंझू टीएसपीसी उग्रवादी संगठन का सुप्रीमो है. वहीं दूसरे नंबर पर आक्रमण था. इन दोनों की गिरफ्तारी के इसके घरों को कुर्क करते हुए सील कर चुकी है. दोनों के घर चतरा जिले के लावालौंग में है. लेकिन आक्रमण का पैतृक घर लातेहार जिला बताया जाता है. आक्रमण की पत्नी नीलम देवी 10 वर्षो तक लावालौंग प्रखंड की मुखिया रही है. बताया जाता है कि बहुत कम उम्र में ही आक्रमण ने भाकपा माओवादी संगठन का दामन थाम लिया था. लंबे समय तक वह माओवादी संगठन में रहा.
माओवादी संगठन का मुरारी, निलेश, कोहराम, ब्रजेश, मुकेश ने जब माओवादी संगठन से बगावत की तो उस समय आक्रमण भी उनके साथ था. संगठन को छोड़कर उक्त लोगों ने ही एक नया संगठन टीपीसी बनाया था. टीपीसी का मुरारी उस समय सुप्रीमो हुआ करता था. मुरारी को माओवादियों ने मुठभेड़ में मार गिराया. इसके बाद ब्रजेश गंझू को संगठन का सुप्रीमो बनाया गया. उस समय सेकंड सुप्रीमो नीलेश था, जिसे भी माओवादियों ने कुंदा में आयोजित आर्केस्ट्रा के दौरान हत्या कर दी थी. इसके बाद टीएसपीसी में सुप्रीमो मुकेश को बनाया गया था. मुकेश ने चतरा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया और कोहराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. तब से टीएसपीसी संगठन के सेकेंड सुप्रीमो आक्रमण गंझू ही था. अब पुलिस को टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के सुप्रीमो ब्रजेश गंझू की तलाश है. पुलिस जल्द ही प्रेसवार्ता कर मामले का और भी खुलासा कर सकती है.