TNP DESK- संसद का सबसे बड़ा सत्र बजट सत्र होता है. इस सत्र को संसद का मूल सत्र माना जाता है. प्रत्येक साल बजट सत्र आयोजित होता है. इसे बजट सत्र इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें अगले वित्तीय वर्ष का आम बजट पेश किया जाता है. संवैधानिक व्यवस्था के तहत बजट सत्र के पहले सत्र को राष्ट्रपति संबोधित करते हैं.आज से शुरू हो रहे बजट सत्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित करेंगी. इसके बाद उनके अभिभाषण पर सदन में चर्चा होगी. पक्ष और विपक्ष के सदस्य अपनी-अपनी बात रखेंगे. बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति का अभिभाषण सरकार का रोड मैप होता है. इसे केंद्र सरकार ही तैयार करती है. बजट सत्र दो चरणों में होता है. पहले चरण आज से शुरू होकर 13 फरवरी तक होगा. दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होने वाला है.
बजट सत्र के पहले चरण में क्या होगा जानिए
संसद के इस बजट सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है. सर्वदलीय बैठक में जिस प्रकार से विपक्ष की प्रतिक्रिया आई है, उससे लगता है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ की व्यवस्था और भगदड़ के कारण लोगों की मौत का मुद्दा जोर-जोर से उठेगा. इसके अलावा वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का भी मामला विपक्ष उठाएगा. बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलने वाला है इधर 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अगले वित्तीय वर्ष यानी 2025-26 का आम बजट पेश करने वाली हैं. इस बजट पर लोगों की नजर है. खास तौर पर मध्यम वर्ग और उसमें भी वेतन भोगी वर्ग के लोग केंद्र सरकार से टैक्स के बाबत राहत की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी तरफ व्यवसायी वर्ग भी बजट पर आस लगाए बैठा है. संसद का बजट सत्र बेहतर हो इसके लिए पक्ष और विपक्ष दोनों का सकारात्मक सहयोग जरूरी है. सर्वदलीय बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सदस्यों से सदन के समय का सदुपयोग करने का आग्रह किया. बजट सत्र का दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रैल तक चलेगा.