टीएनपी डेस्क(TNP DESK): आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला को आज तेलंगाना के वारंगल जिले में उनके समर्थकों और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. जब लड़ाई हुई, तब वाईएस शर्मिला अपने समर्थकों के साथ मार्च पर थीं. गिरफ़्तारी के दौरान उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि "आप मुझे क्यों गिरफ्तार कर रहे हैं. मैं यहां पीड़िता हूं."
पिछले साल से पदयात्रा पर हैं वाईएस शर्मिला
वाईएस शर्मिला ने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) लॉन्च की थी. पिछले साल अक्टूबर से वह पदयात्रा पर हैं. वह अब तक 3,500 किमी की दूरी तय कर चुकी हैं. वह कल नरसम्पेट में थीं, जहां उन्होंने स्थानीय टीआरएस विधायक पेड्डी सुदर्शन रेड्डी की आलोचना की. उनकी टिप्पणियों ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) पार्टी के कार्यकर्ताओं को नाराज कर दिया. जिसके बाद कार्यकर्ताओ ने उस वाहन पर हमला कर दिया, जिसमें शर्मिला अपनी 'पदयात्रा' के दौरान यात्रा कर रही थीं. हमले के बाद उस गाड़ी में आग भी लगा दी गई. कथित तौर पर इससे उनके समर्थक नाराज हो गए और उनके और टीआरएस पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच लड़ाई शुरू हो गई. इसके बाद पुलिस ने शर्मिला को उनके समर्थकों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
जहां शर्मिला की 'पदयात्रा' ने वाईएसआरटीपी और सत्तारूढ़ टीआरएस के बीच बहुत अधिक राजनीतिक तनाव पैदा कर दिया है, वहीं राज्य भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार द्वारा प्रस्तावित एक और 'पदयात्रा' अब कानूनी लड़ाई में फंस गई है. तेलंगाना उच्च न्यायालय ने आज पहले कहा कि वह सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील भैंसा शहर में राज्य भाजपा प्रमुख के पदयात्रा की अनुमति देने से इनकार पर आपात आधार पर सुनवाई करेगा.
बीजेपी की यात्रा को नहीं मिली अनुमति
राज्य पुलिस द्वारा पार्टी की प्रस्तावित 'प्रजा संग्राम यात्रा' को अनुमति देने से इनकार करने के बाद भाजपा ने आज अदालत का दरवाजा खटखटाया था. तेलंगाना बीजेपी ने सरकार की आलोचना करते हुए मार्च के लिए तत्काल अनुमति देने की मांग की है. बीजेपी प्रवक्ता एनवी सुभाष ने केसीआर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि केसीआर सरकार अनावश्यक तनाव पैदा करना चाहती थी और शांतिपूर्ण पदयात्रा को बाधित करना चाहती थी."