रांची(RANCHI)- विधान सभा सत्र का हवाला देकर ईडी के सवालों से भागने की कोशिश कर रहे राजीव अरुण एक्का को ईडी ने एक बार फिर से समन जारी किया है, इस बार उन्हे 27 मार्च को ईडी कार्यालय में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. लेकिन इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उन्हे गरीब का बेटा करार दिया है, उन्होंने कहा है कि राजीव अरुण एक्का को उनके किये की पर्याप्त सजा मिल गयी, अब क्या उन पर हत्या का मुकदमा चलाया जायेगा?
इसके पहले ईडी ने 15 मार्च को उपस्थित होने का दिया था निर्देश
यहां बता दें कि इसके पहले ईडी ने उन्हे 15 मार्च को उपस्थित होने को कहा था, लेकिन एक्का ने यह कह कर ईडी कार्यालय जाने में अपनी असमर्थता प्रकट की थी कि अभी विधान सभा का सत्र जारी है, इसके कारण उनकी व्यस्तता बढ़ गयी है, इसलिए 24 मार्च के बाद की कोई तिथि उन्हे दी जाये, जिसके बाद ईडी ने उन्हे 27 मार्च को उपस्थित होने का निर्देश दिया है.
हालांकि जानकार मानते हैं कि बजट सत्र का जारी होना मात्र एक बहाना है, असली वजह कुछ और है, राजीव अरुण एक्का को इस बात की जानकारी है कि उन्हे ईडी के सामने कई कठोर सवालों का सामना करना पड़ेगा, वह ईडी की ओर से पूछे जाने वाले सवालों की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय चाह रहे हैं.
इस बीच वह अपने कानून सलाहकारों विचार विमर्श भी करेंगे. यहां यह भी बता दें कि 23 मार्च को बजट सत्र की अंतिम तिथि है. इसके बाद 27 मार्च तक राजीव अरुण एक्का के पास ईडी के सवालों का जवाब की तैयारी के लिए तीन दिनों का पर्याप्त समय है.
गरीब का बेटा राजीव अरुण एक्का
इस बीच स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने राजीव अरुण एक्का को गरीब का बेटा करार दिया है. उन्होंने कहा है कि राजीव अरुण एक्का ने जितना गुनाह किया था, उसे उतनी सजा दी जा चुकी है, क्या अब उन पर मर्डर का मुकदमा चलाया जायेगा.