टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-एशिया कप के फाइनल मुकाबले में ऐसा लगा की मेजबान लंका के सामने भारतीय टीम की कड़ी चुनौती होगी. मैच आर-पार का होगा और दर्शकों को रोमांचक फाइनल कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में देखने को मिलेगा. लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं दिखा, भारतीय शेरों के सामने लंकाई चिते डर-सहमे नजर आए और मैदान आसानी से छोड़ दिया . कही से भी नहीं लगा कि ये कोई फाइनल मुकाबला है. बेहद ही निरस मैच साबित हुआ. मेजबान श्रीलंका के बल्लेबाजों ने बेहद शर्मनाक बल्लेबाजी की औऱ मोहम्मद सीराज की तेज बॉलिंग के सामने ताश के पत्तों के माफिक ढह गई. सिराज ने अपनी धातक बॉलिंग से सारे अरमानों पर पानी फेर दिया. भारत ने दस विकेट से लंका को हराया. टीम ने 263 गेंद शेष रहते ये जीत हासिल कर ली. जो की एक कीर्तिमान है. इससे पहले 2001 में केन्या को टीम इंडिया 231 बाकी रहते हुए हराया. भारत ने बेहद आसानी से आठवीं बार एशिया कप का ताज पहना
श्रीलंका ने चुनी पहले बल्लेबाजी
सुपर 4 के मुकाबले में इसी प्रेमदासा स्टेडियम में लंकन बल्लेबाजों ने पाकिस्तान के जबड़े से जीत छीन ली थी. लगा ऐसा ही कुछ फाइनल में होगा, श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया . उनका ये कदम बेहद ही खराब साबित हुआ. मोहम्मद सिराज की गेंद को खेलने में लंकन बल्लेबाज असहज महसूस कर रहे थे. सिराज का जलवा तो पहले ही स्पेल की गेंदबाजी में दिखने लगा था . उन्होंने अपने 16 गेंदों में श्रीलंका के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी. सिराज के अलावा हार्दिक पंडया ने 3 और बुमराह ने 1 विकेट झटके. लंका की पूरी पारी 15.2 ओवर में पवैलियन लौट गयी.
कोई भी बल्लेबाज 20 रन तक नहीं बना सका
मेजबान श्रीलंका की बल्लेबाजी की हालत इस कदर खराब और बेबस दिखी , इससे पहले ऐसा नजारा तो बेहद ही कम देखने को दर्शकों को मिला है. लंकन टीम का कोई बैटसमेन 20 रन का आंकड़ा पार नहीं कर सका . सबसे ज्यादा कुसल मेंडिस ने 17 और दुशन हेमंथ ने 13 रन बनाए.
भारत ने बिना विकेट खोये जीता एशिया कप
51 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम तो पहले ही अपनी जीत तय मान ली थी. यह मामूली टारगेट तो महज एक औपचारिकता भर ही रह गई थी. कप्तान रोहित शर्मा ने इस छोटे से टारगेट के लिए ओपनिंग जोड़ी में बदलाव किया . उन्होंने खुद उतरने की बजाए ईशान किशन को सलामी बल्लेबाजी का भार सौंपा. दोनों ने तेज शुरुआत देते हुए इस लक्ष्य को बिना विकेट गंवाए 6.1 ओवर में ही 51 रन बनाकर जीत हासिल कर ली.
श्रीलंका ने बांग्लादेश का तोड़ा रिकॉर्ड
यह भारत के खिलाफ किसी टीम का वनडे में सबसे छोटा स्कोर था. इससे पहले भारत के खिलाफ सबसे कम स्कोर बांग्लादेश का रहा है. 2014 में बांग्लादेशी टीम 58 रन बनाकर ऑलआउट हो गयी थी. वैसे वन डे में ओवरऑल सबसे कम स्कोर रिकॉर्ड जिम्बाब्वे के नाम है. 2004 में जिम्बाब्वे की टीम लंका के विरुद्ध 35 रन पर ऑल आउट हो गयी थी.