टीएनपी डेस्क(TNP DESK): आज दुनिया भर में आंशिक सूर्य ग्रहण होने जा रहा है और इसका असर दुनिया के कई हिस्सों में दिखाई देगा. आज 25 अक्टूबर, 2022 को गोवर्धन पूजा के साथ ही वर्ष का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण भी है. आंशिक सूर्य ग्रहण 01 घंटे 45 मिनट तक चलेगा और गुजरात के द्वारका में सबसे लंबा दिखाई देगा. भारत से दिखाई देने वाला अगला सूर्य ग्रहण अगस्त 2027 के आसपास होने की उम्मीद है.
सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. दिवाली की रात से ही सूर्य ग्रहण के पहले की अशुभ अवधि सूतक शुरू हो चुकी है. सूर्य ग्रहण के सूतक काल में शुभ कार्यों को रोक दिया जाता है.
सूतक अवधि
द्रिक पंचांग के अनुसार, चार प्रहरों के लिए एक सूतक काल मनाया जाता है और चंद्र-सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य ग्रहण से पहले तीन प्रहरों के लिए सूतक मनाया जाता है. सूर्य ग्रहण से लगभग 12 घंटे पहले और चंद्र-सूर्य ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक मनाया जाता है. सूतक काल सुबह 03:08 बजे से शाम 05:56 बजे तक चलेगा. बच्चों, वृद्धों और बीमारों के लिए सूतक सूर्य ग्रहण के दिन दोपहर 12:04 बजे से शाम 05:56 बजे तक शुरू होता है.
सूर्य ग्रहण के सूतक काल में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
- मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि सूतक काल में देवताओं की मूर्तियों का चुनाव नहीं करना चाहिए.
- सूतक काल में सोना, खाना, पीना वर्जित है.
- सूतक के समय बालों या शरीर पर तेल लगाने से सूर्य ग्रहण का दुष्प्रभाव बढ़ जाता है.
- ग्रहण और सूतक काल में भोजन नहीं करना चाहिए. अगर ऐसा किया जाए तो व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
- सूतक या सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले घर के सभी खाद्य पदार्थों जैसे दूध, पानी, अचार, सब्जियां और अन्य खाद्य सामग्री में तुलसी के पत्ते डालने चाहिए.
- झूठ बोलने, मल और मूत्र के उत्सर्जन से बचना चाहिए.
- सूर्य ग्रहण या सूतक के समय किसी के लिए अपशब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
- गर्भवती महिलाओं को इस समय अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए.
- सूर्य ग्रहण के सूतक काल में बच्चे, बूढ़े और गर्भवती महिलाएं जरूरत पड़ने पर खाना खाकर अपनी निर्धारित दवाएं ले सकते हैं.