TNP DESK: चीन के बाद भारत में भी HMPV वायरस काफी तेजी से फैल रहा है. भारत में अब तक HMPV वायरस के 7 मामले सामने आए हैं. पहला मामला सोमवार को कर्नाटक से सामने आया जिसमें दो बच्चे संक्रमित पाए गए. जिसमें एक तीन महीने की बच्ची और एक 8 महीने का बच्चा है. इसके बाद दो मामले तमिलनाडु से सामने आए. वहीं दो मामले महाराष्ट्र के नागपुर में और अहमदाबाद में दो बच्चे के संक्रमित होने की बात सामने आई. इसके बाद लोगों में एचएमपीवी वायरस को लेकर दहशत फैल गया.
बिहार और झारखंड में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
वही इस वायरस के फैलने के बाद अलग-अलग राज्यों में भी सरकार एडवाइजरी जारी कर रही है. बिहार, झारखंड में भी स्वास्थ्य विभाग इस वाइरस को लेकर पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. झारखंड में भी इस वाइरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जन के साथ बैठक की है और बचाव को लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी है. वही बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने भी सोमवार को केंद्र सरकार के दिशा निर्देश के पास सभी जिलों के डीएम, मेडिकल कॉलेज, अस्पतालों के प्राचार्य एवं सभी सिविल सर्जन को इस वायरस से बचाव के लिए कोरोना की तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश दिया है
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने क्या कहा
वहीं इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि वायरस को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है. स्वास्थ्य विभाग लगातार मॉनीटरिंग कर रहा है. उन्होंने बताया कि यह कोई नया वायरस नहीं है सबसे पहले 2001 में ही इसकी पहचान की गई थी. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस वायरस के लिए पूरी तरीके से तैयार है और लगातार इस वायरस से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं .
Amid concerns over the Human Metapneumovirus (HMPV) outbreak in China, Dr. Atul Goel, Director-General of Health Services, reassured the public that there is no cause for alarm.
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 6, 2025
He explained that HMPV is similar to other respiratory viruses, typically causing mild cold-like… pic.twitter.com/65BXKOcdLH
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने क्या कहा
स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. अतुल गोयल ने लोगों को आश्वस्त किया कि चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने बताया कि एचएमपीवी अन्य श्वसन वायरसों की तरह ही है, जो आमतौर पर हल्के सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है, जबकि बहुत कम उम्र के या बुजुर्ग व्यक्तियों में फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. डॉ. गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत में अस्पताल श्वसन संक्रमण में मौसमी वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जिनमें पर्याप्त आपूर्ति और बिस्तर उपलब्ध हैं. उन्होंने लोगों से बुनियादी स्वच्छता प्रथाओं का पालन करने और सर्दियों के मौसम में सुरक्षित रहने के लिए सामान्य सावधानी बरतने का आग्रह किया.
कैसे फैलता है एचएमपीवी वायरस
एचएमपीवी वायरस के लक्षण हैं खांसी, बुखार, गले में खराश, गले में जलन और कुछ मामलों में सांस लेने में दिक्कत. कुछ मामलों में इसका संक्रमण निमोनिया या अस्थमा की तरह भी दिखता है. HMPV खांसने या छींकने से या फिर हाथ मिलाने से फैलता है. इसके अलावा ये किसी को टच करने, नजदीकी संपर्क में आने, मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है.
इस वायरस से कैसे बचें
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक़ HMPV वायरस से बचने के लिए समय-समय पर हाथ को धोए
सुर्दी जुकाम होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें
मास्क लगाकर रखें
संक्रमित लोगों से दूरी बनाएँ