रांची(RANCH)- मणिपुर में कुकी आदिवासी समुदाय की तीन महिलाओं का भीड़ के द्वारा सामूहिक बलात्कार और नग्न परेड करवाने की खबर सामने आते ही झारखंड भाजपा में सन्नाटा पसरा है. इस मुद्दे पर भाजपा की ओर से कोई भी वरीय नेता अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं है. कुछ यही हालत भाजपा प्रदेश प्रभारी बाबूलाल मरांडी की भी है. हर छोटी बात पर अपने ट्वीटर अकाउंट पर हेमंत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले रहने वाले बाबूलाल कैमरे को सामने देख भागते दिख रहे हैं. मीडियाकर्मियों के किसी भी सवाल का जवाब देने को तैयार नहीं है.
ट्वीटर पर जताया खेद
हालांकि बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर मणिपुर की घटना पर दुख: जरुर प्रकट किया है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तर्ज पर इसे 140 करोड़ भारतीयों के लिए शर्मसार करने वाली घटना करार दिया है. लेकिन इस लोमहर्षक वारदात पर वह कोई सवाल लेने को तैयार नहीं है.
"इज्जत घर” को बताया भाजपा की कामयाबी
इस कुकृत्य पर भाजपा का पक्ष रखने के बजाय वह इस बात का दावा कर रहे हैं कि मेरा देश बदल रहा है और यह सब कुछ प्रधानमंत्री मोदी का महिलाओं के सम्मान के प्रति अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है. अपने ट्वीटर अकाउंट पर उन्होंने लिखा है कि मेरा देश बदल रहा है - आगे बढ़ रहा है. गांवों में "इज्जत घर" नहीं होने के कारण हमारी माँ बहनों को शौच हेतु बाहर जाना पड़ता था. आज़ादी के इतने वर्षों के बाद भी 2014 तक देश में यही स्थिति थी. लेकिन आज केवल 9 वर्षों में, "स्वच्छ भारत अभियान" के तहत करीब 11.72 करोड़ से अधिक "इज्जत घरों" का निर्माण कराया गया और यह सब कुछ प्रधानमंत्री मोदी का "महिला सम्मान" प्रति उनकी प्राथमिकता के कारण हुआ.
डबल इंजन सरकार में आदिवासी उत्पीड़न पर साधी चुप्पी
निश्चित रुप से यह सारी उपलब्धियां भाजपा के खाते में जा सकती है, वह इसका दावा कर सकते हैं, हालांकि इन आंकड़ों में भी कई पेच हैं. लेकिन आज का दिन उन्हे तो आदिवासी महिलाओं के साथ हुए इस सामाजिक उत्पीड़न पर भाजपा का पक्ष रखना चाहिए था, खास कर तब जब वह खुद भी एक आदिवासी समुदाय से आते हैं, पिछले तीन माह से मणिपुर में जो कुछ हो रहा है. जिस प्रकार वहां कुकी और नागा आदिवासी समुदाय के साथ अमानवीय घटनाओं को अंजाम दिया गया, उनकी बस्तियां जलायी गयी, महिलाओं की अस्मत लूटी गयी और वह भी डबल इंजन की सरकार में बाबूलाल की यह चुप्पी भाजपा की बेचारगी को ही सामने लाती है.