पटना(PATNA)- कभी राहुल गांधी की कोर कमेटी का हिस्सा रहे और इमेज बिल्डिंग की जिम्मेवारी संभाल चुके शाश्वत गौतम ने आज लालू यादव की उपस्थिति में लालटेन का दामन थाम लिया, इस अवसर पर पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह और बिहार राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की उपस्थिति भी रही.
यहां बता दें कि शाश्वत गौतम की गिनती बिहार के प्रतिभाशाली छात्रों में की जाती है, उनके पास जॉर्ज वांशिंगटन यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री है, वह जॉर्ज वांशिंगटन यूनिवर्सिटी में छात्र संघ का चुनाव जीतने वाले अब तक के एकमात्र विदेशी छात्र हैं.
प्रशांत किशोर की डिग्री पर खड़ा किया था सवाल
पूर्वी चंपारण के चइता गांव के रहने वाले शाश्वत जॉर्ज वांशिंगटन यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद विभिन्न दलों के साथ काम कर चुके हैं. राहुल गांधी के साथ ही वह सीएम नीतीश की टीम का भी हिस्सा रहे हैं, शाश्वत गौतम ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर डाटा चोरी का आरोप लगा कर सननसी फैला दिया था और धारा 420 के तहत पटना के पाटलिपुत्र थाने में मुकदमा भी दायर करवाया था. इसके साथ ही शाश्वत ने प्रशांत किशोर की शैक्षणिक योग्यता भी सवाल खड़ा किया था. उनकी डिग्री को नकली बताया था.
बताया जाता है कि कांग्रेस से शाश्वत की दूरी की वजह उनकी राजनीतिक महात्वाकांक्षा थी, दावा किया जाता है कि उनकी चाहत मधुबन विधान सभा से चुनाव लड़ने की थी, लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं थी, जिसके बाद उन्होंने आज राजद का दामन थाम लिया, माना जाता है कि राजद उन्हे मधुबन से अपना उम्मीदवार बना सकती है.
समाजवादी पृष्ठभूमि से आता है शाश्वत का पूरा परिवार
हालांकि शाश्वत आज भी इस बात को दुहराते हैं कि उनकी पूरी पारिवारिक पृष्ठभूमि समाजवादी रही है. उनके चाचा, पिता और दादा सभी कांग्रेसी रहे हैं, कांग्रेस के साथ उनका पुराना रिश्ता रहा है. अब जबकि शाश्वत राजद का दामन थाम चुके हैं, माना जाता है कि पॉलिसी, डाटा और सोशल मीडिया हैंडलिंग में शाश्वत की कार्यकुशलता का लाभ इंडिया गठबंधन को मिलेगा औरल वह धारदार तरीके से भाजपा को घेरने का काम करेंगे. वैसे भी इंडिया गठबंधन को भाजपा के मुकाबले अपने सोशल मीडिया ग्रुप को खड़ा करने के लिए प्रतिभाशाली छात्रों की बेहद जरुरत है.