रांची(RANCHI): झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) से बीते कल यानी 17 नवंबर, 2022 को ईडी ने पूछताछ की. ईडी ने हेमंत सोरेन से अवैध खनन से लेकर प्रेम प्रकाश, पूजा सिंघल, पंकज मिश्रा और बच्चू यादव तक के बारे में सवाल पूछा और सीएम ने जवाब दिया. वहीं, मिली जानकारी के अनुसार ईडी हेमंत के जवाबों से संतुष्ट नहीं है. हालांकि, ईडी दोबारा सीएम को पूछताछ के लिए बुलायेगी या नहीं इसकी फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है. लेकिन सूत्रों की मानें तो ईडी की पूछताछ अभी बाकी है और सीएम को फिर ईडी कार्यालय बुलाया जा सकता है. दरअसल, जब सीएम हेमंत सोरेन ईडी के सवालों का जवाब दे रहे थे तब झारखंड के पूर्वी जमशेदपुर से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने एक ट्वीट किया. इस ट्वीट के बाद से ही राज्य का सियासी पारा और हाई हो गया.
ट्वीट के जरिए रघुवर दास पर वार
बता दें कि सरयू राय जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक हैं. सरयू पहले भाजपा पार्टी में थे और एनडीए की रघुवर सरकार में मंत्री थे. ऐसा कहा जाता है कि सरयू राय तब ही कुछ बोलते हैं जब उनके पास कुछ साक्ष्य होता है. और बीते कल सरयू राय ने भी प्रेम प्रकाश को लेकर ट्वीट किया है. लेकिन ट्वीट में उन्होंने एक सवाल खड़ा किया. उन्होंने लिखा “ ईडी के चार्जशीट में पीरपैंती साइडिंग से 251 रेल रैक स्टोन चिप्स का अवैध परिवहन बिना चालान हुआ, जिसमें 233 रैक रघुवर दास सरकार में और 18 रैक हेमंत सोरेन सरकार में हुआ है. दोनों अवैध परिवहन प्रेम प्रकाश की कंपनी ने किया है. फिर पूछताछ केवल हेमंत सोरेन से ही क्यों?” सरयू ने इस ट्वीट के माध्यम से रघुवर दास और ईडी के एकतरफा कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं.
पूजा सिंघल मामले में भी रघुवर को घेरा
इसके अलावा सरयू ने एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा “ईडी जिस घोटाला में पूजा सिंघल जेल में है, चार्जशीट के अनुसार वह 2013-20 में हुआ. घोटाला कम्पनी खाता में 2013-14 में ₹10.56 करोड़ और 2015-20 में ₹154.44 करोड़ जमा हुआ. जिस आरोप में ईडी ने पूजा को जेल में डाला है, उसी में रघुवर दास ने उन्हें आरोप मुक्त कर दिया था. ईडी चुप क्यों?”
सरयू के ट्वीट की राजनीतिक गलियारों में काफी चर्चा
बता दें कि सरयू राय के दोनों ट्वीट की चर्चा पूरे झारखंड में हो रही है. राजनीतिक पार्टियां भी सरयू के ट्वीट पर नजर बनाए हुए हैं. दरअसल, सरयू के इस ट्वीट को काफी लोगों ने रिट्वीट किया है. अब देखना ये है कि ईडी रघुवर पर कार्रवाई करती हैया नहीं?
मंत्री रहते सरकार पर करते थे सवाल खड़े
बता दें कि झारखंड में साल 2014-2019 में एनडीए की सरकार बनी थी. इस दौरान भाजपा ने रघुवर दास को मुख्यमंत्री बनाया था. बता दें कि रघुवर दास झारखंड राज्य के पहले गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री बने थें. इस दौरान सरयू राय को खाद्य आपूर्ति मंत्री बनाया गया. सरयू राय रघुवर सरकार में मंत्री रहते हुए ही अपने ही सरकार के खिलाफ आरोप लगाते रहते थे. यही कारण था कि अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सरयू का टिकट काट दिया था, जिसके बाद सरयू ने रघुवर दास के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़कर उन्हें हराया था.