सहरसा(SAHARSA): जिले को मेडिकल कॉलेज का तोहफा मिलने पर एम्स निर्माण संघर्ष समिति ने पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में जश्न मनाया. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपने संघर्ष को याद किया. साथ ही गुलाल लगाकर और पटाखा फोड़कर एक साथ होली दिवाली मनाया. सभी चेहरे पर खुशी छलक रही थी.यह खुशी इस लिए थी की लंबे समय से सहरसा में एम्स की मांग उठ रही थी.
दरअसल एम्स निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले सहरसा में एम्स निर्माण के लिए लंबी लड़ाई लड़ी गई. इसी कड़ी में एम्स निर्माण को लेकर पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में सर्वदलीय सहरसा बंद करवाया गया. जिसमें हरेक दल के साथ विभिन्न संगठनों ने हिस्सा लिया . जिसका परिणाम रहा कि सहरसा पूर्णतः बंद रहा. और इस बंदी की गूंज पटना से लेकर दिल्ली तक पहुंची. जिसका परिणाम हुआ कि तत्काल सीएम ने 15 अगस्त को पटना के गांधी मैदान से सहरसा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का घोषणा कर दिए.इससे उत्साहित होकर सहरसा में पूर्व सांसद आनंद मोहन के नेतृत्व में विभिन्न दलों व विभिन्न संगठनों ने आभार मार्च निकाल कर जमकर जश्न मनाया. न सिर्फ एक दूसरे को मिठाई खिलाया बल्कि गुलाल लगाकर और पटाखा फोड़ कर एक साथ होली व दिवाली मनाया.
इस बाबत पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि सहरसा वासियों ने दशकों से बहुत कुछ खो दिया है. यहां से युनिवर्सिटी चला गया, लोकसभा क्षेत्र का नाम हटा दिया.ऐसे में सहरसा वासियों ने अपनी मांगों को लेकर गत 31 जुलाई को चट्टानी एकता का परिचय देते हुए अभूतपूर्व बंद करवाया जिसकी गूंज पटना से दिल्ली तक हुआ जिसका परिणाम हुआ कि खुद मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुए सहरसा को मेडिकल कॉलेज का तोहफा दिया साथ आगे बहित कुछ देने का वादा किया . मुख्यमंत्री के ऐतिहासिक तोहफा से उत्साहित सहरसा वासियों ने जमकर जश्न मनाया.