रांची(RANCHI): बन्ना गुप्ता के खिलाफ मानसून सत्र से ही दवा घोटाले का आरोप लगा रहे विधायक सरयू राय ने इस बार भाजपा के विरुद्ध बन्ना गुप्ता को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है, उन्होंने कहा कि मानसून सत्र से ही इस घोटाले की जांच की मांग की जा रही है, लेकिन आज तक ना तो स्वास्थ्य मंत्री और ना ही किसी दूसरे मंत्री की ओर से इस बिन्दू पर कोई जवाब आया. मॉनसून सत्र से लेकर बजट सत्र तक इस प्रश्न को गलत बयानी से उलझाया जा रहा है.
हैरानी सत्ता पक्ष से ही नहीं, बन्ना को क्यों बचाना चाहती है भाजपा
सरयू राय ने कहा कि उनकी हैरानी सत्ता पक्ष से नहीं है, हैरत तो यह है कि इस घपले में भाजपा क्यों बन्ना गुप्ता से साथ खड़ी नजर आ रही है, आखिर क्या कारण है कि जब भी इस घोटाले को लेकर बन्ना गुप्ता से सवाल पूछा जाता है, भाजपा किसी ना किसी मुद्दे को लेकर सदन में हंगामा की शुरुआत कर देती है. यह सब कुछ एक प्रायोजित तरीके से होता है, हर बार बन्ना गुप्ता से सवाल और भाजपा का हंगामा महज इत्तेफाक नहीं हो सकता.
यहां बता दें कि सरयू राय मॉनसून सत्र से ही यह दावा करते रहे हैं कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोरोना महामारी के दौरान टेंडर जारी होने के बावजूद महंगी दामों पर दवाइयों की खरीद की, जबकि दूसरी कंपनियां उसी दवा को बेहद सस्ते दाम पर उपलब्ध करवाने को तैयार थी.
दवा खरीद में घोटाला कर सरकारी खजाने पर डाला गया डाका
सरयू राय का सवाल है कि यदि दवा किसी विशेष कंपनी से ही खरीदन करनी थी, तो टेंडर निकालने की क्या जरुरत थी. क्या यह औपचारिकाता महज दिखावा थी, नहीं तो बन्ना गुप्ता इस बात का जवाब दें कि सस्ती दर पर दवा उपलब्ध करवाने वाली कंपनियों को दरकिनार कर एक विशेष कंपनी से महंगी दर पर दवा की खरीद क्यों की गयी.
मॉनसून सत्र से सरयू राय उठा रहे हैं सवाल
सरयू राय का आरोप है कि वह मॉनसून सत्र से लगातार यह सवाल उठा रहे हैं, लेकिन बन्ना गुप्ता हर बार सदन के अन्दर गलत बयानी निकल जाते हैं, सदन के अन्दर गलत बयान जारी करना सदन की अवमानना है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि भाजपा क्यों बन्ना गुप्ता को बचाने की रणनीति पर काम कर रही है, इन दोनों के बीच क्या रिश्ता है. हालांकि भाजपा विधायकों के हंगामें की बीच ही सरयू राय ने भी सदन का बहिष्कार कर दिया.