पटना (PATNA): बिहार में होने वाली विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश कुमार की जदयू पार्टी ने खेला कर दिया है. एनडीए का हिस्सा बनी जदयू ने मणिपुर की भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. 22 जनवरी बुधवार को जदयू पार्टी द्वारा एक पत्र जारी किया गया है. जारी पत्र में जदयू का कहना है कि पार्टी भाजपा सरकार का समर्थन नहीं करती है. मणिपुर की भाजपा सरकार के 32 सीटों में से 6 विधायक जदयू के थे. लेकिन अब वे भाजपा का हिस्सा नहीं रहेंगे.
सियासी गलियारों में मचा हड़कंप
वहीं, जदयू के इस पत्र के बाद से सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है. हर किसी के मन में यही सवाल उठ रहा है कि बिहार की सत्ता में कभी भी उलटफेर हो सकता है. ऐसे में बिहार विधानसभा चुनाव के पहले जदयू के तरफ से जारी किए गए इस पत्र का असर बिहार में भी तो नहीं देखने को मिलने वाला है.
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया खबर को भ्रामक
हालांकि, इन सब के बीच जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन का बड़ा ब्यान सामने आया है. राष्ट्रीय प्रवक्ता ने इन खबरों को भ्रामक बताया है. राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि, वहां के अध्यक्ष को अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि, बिहार सहित मणिपुर व हर जगह जदयू एनडीए का हिस्सा है और जदयू एनडीए को समर्थन करता रहेगा.
बता दें कि, साल 2022 कि बात करें तो यह साल जदयू के लिए बड़ा झटका था. जब जदयू पार्टी के 6 में से 5 विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे. ऐसे में जदयू पार्टी में एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर रह गए थे. ऐसे में आज जदयू द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि साल 2022 के फरवरी/मार्च महीने में आयोजित मणिपुर राज्य विधानसभा के चुनाव में जदयू के 6 उम्मीदवारों की जीत हुई थी. लेकिन कुछ महीनों के बाद ही पार्टी के पांच विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था. सभी विधायकों के खिलाफ स्पीकर के न्यायाधिकरण के समक्ष भारत के संविधान की दसवीं अनुसूची के तहत मुकदमा लंबित है. ऐसे में जदयू के इंडिया ब्लॉक का हिस्सा बनने के बाद पार्टी ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. वहीं, मणिपुर में विधानसभा के अंतिम सत्र में जदयू के एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर की बैठने की व्यवस्था अध्यक्ष द्वारा विपक्षी बेंच में की गई है. यह फिर से दोहराया जाता है कि मणिपुर में जदयू भाजपा सरकार का समर्थन नहीं करती है. साथ ही सदन में विपक्षी विधायक के रूप में हमारे एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर को माना जाएगा.