टीएनपी डेस्क: कल भी महाभारत में अभिमन्यु अकेला था. कृष्ण और पांडव के होते हुए चक्रव्यूह में घेर कर राक्षसों ने मारा था. आज भी रण में अभिमन्यु अकेला है, लेकिन जनता उसके साथ है. सोशल मीडिया एक्स पर यह पोस्ट भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह का है. जो उन्होंने भाजपा द्वारा पार्टी से निलंबित करने के बाद किया है. बिहार के काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह को भाजपा ने पार्टी से निकाल दिया है. बुधवार को पार्टी की ओर से इसकी जानकारी दी गई. बताया गया कि पार्टी के फैसले के खिलाफ काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने पर तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया गया है. पवन सिंह को भाजपा ने पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया था, लेकिन पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था.
कल भी, महाभारत में अभिमन्यु अकेला था
— Pawan Singh (@PawanSingh909) May 22, 2024
कृष्ण और पांडव के होते हुये
चक्रव्यूह में घेरकर राक्षसों ने मारा था
आज भी रण में अभिमन्यु अकेला है लेकिन जनता उसके साथ है
#KarakatJindabad pic.twitter.com/htFVcN65go
कुछ दिन बाद उन्होंने बिहार के काराकाट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. काराकाट से एनडीए प्रत्याशी के तौर पर उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे है. वही महागठबंधन की ओर से राजा राम सिंह मैदान में है. पवन सिंह के कारण मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. पवन सिंह के निकाले जाने पर पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने निशाना साधा है. बुधवार को उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने साजिश के तहत उपेंद्र कुशवाहा को हराने के लिए पवन सिंह को चुनाव में उतारा है. तेजस्वी यादव ने पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि यह हमारा मुद्दा थोड़े ही है. इससे हमको क्या लेना देना. यह तो भाजपा का मैटर है ,वह जाने इस पर हम क्या टिप्पणी कर सकते है. फिर उन्होंने कहा कि हमको तो लग रहा है कि कहीं ना कहीं भाजपा की साजिश है. कुशवाहा जी को हराने की. जो भी हो लेकिन पवन सिंह एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं और इसके साथ ही बिहार का काराकाट लोकसभा सीट भी सुर्खियां बटोर रहा है.