टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : सर्दी का मौसम आने ही वाला है, इसके साथ ही अब वायु प्रदूषण का मामला भी धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है. अभी हाल ही में एक चौकाने वाला रिपोर्ट सामने आया है. जिसने सभी को हैरान कर दिया है. बता दें कि आईआईटी दिल्ली के ट्रिप-सेंटर की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि राजधानी दिल्ली औऱ महानगरी मुबई से ज्यादा छोटे शहर वायु प्रदूषण की गिरफ्त में आ रहे हैं.
बुहत जल्द छोटे शहर होने वाले हैं दुषित
अमूमन यह कहा जाता था कि दिल्ली जैसे बड़े शहरों में रहने वाले लोग काफी गंदी सांस लेते हैं. लेकिन आईआईटी दिल्ली की इस रिपोर्ट ने सभी को चौका दिया है. अपने रिपोर्ट में बताया है कि 25 साल पहले देश के 30 प्रतिशत इलाकों में जहां प्रदूषण ना के बराबर था. वह अब बढ़ कर 9 प्रतिशत हो गया है. इसका साफ अनुमान यह है कि छोटे शहर भी बहुत जल्द दूषित होने वाले है.
इन शहरों में तेजी से बढ़ रहा प्रदूषण
इसके साथ ही रिपोर्ट में कुछ चुनिंदा 14 शहरों के नाम दिए गए है, जहां 25 साल में प्रदूषण सालाना रूप से बढ़ रहा है. इसमें रांची, रायपुर, इंदौर, भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद, पूणे जैसे शहरों के नाम शामिल है.
पिछले 25 वर्षों में 98 फीसदी बढ़ा रांची का प्रदूषण
रिपोर्ट में जिन-जिन शहरों के नाम दिए गए है, उनमें झारखंड की राजधानी रांची भी शामिल है. रिपोर्ट में यह बताया गया है कि इन 25 सालों मे रांची में 98 फीसदी प्रदूषण बढ़ गया है. लिहाजा यह सवाल जरूर खड़ा होता है कि राजधानी रांची जो प्रकृति की गोद में है, यहां के मौसम को देखते हुए यहां किसी भी बड़ी कंपनी का प्लांट नहीं लगाया गया. ताकी यहां का मौसम हमेशा सुहाना रहे. लेकिन आईआईटी दिल्ली की इस रिपोर्ट ने सभी चौका दिया है. इस के साथ ही कुछ वर्षों में रांची में यह भी देखा गया है कि रांची में पानी का लेवल काफी नीचे चला गया है. या यू कहे की कुछ इलाके ऐसे है, जहां गर्मी के मौसम में पानी ना के बराबर आती है. तो यह कहना लाजमी साबित होता है कि क्या अगले एक दशक में रांची रहने योग्य रहेगी या नहीं.