TNP DESK: भारत के पड़ोसी देश मे अभी मौजूदा हालात ठीक नहीं है. देश की प्रधानमंत्री ने इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है. इन सब चीजों मे झारखंड के भी कई लोग प्रभावित हुए है. झारखंड के भी लोग बांग्लादेश मे फंसे हुए है. जो की अब वतन वापसी चाहते है. रांची के रहने वाले मनीष अपने परिवार के साथ बांग्ला देश मे फंसे हुए है, और अब वो भारत लौटना चाहते है. मनीष बांग्ला देश के निजी कंपनी मे काम करते है.
निजी कंपनी के प्रोजेक्ट मे कार्यरत है मनीष
दरअसल मनीष बांग्लादेश के एक नई कंपनी के प्रोजेक्ट में काम कर रहे है. वहां कुल 150 लोग काम कर रहे है, और सभी भारतीय है. वे रंगपुर के टोल मठ में अपनी बीवी बच्चों के साथ रहते है. हाल ही में मनीष ने अपने रांची स्थित दोस्तों को फोन करके बताया कि यहां का माहौल काफी तनाव पूर्ण हो गया है. हालांकि जहां वे काम करते है वहां पर इस तरह का कोई भी माहौल नहीं है, लेकिन हालात कभी भी बद से बदतर हो सकते है. इसलिए वे अब अपने देश वापस लौटना चाहते है.
भारत दूतावास के संपर्क मे कंपनी
बांग्लादेश के जिस निजी कंपनी के प्रोजेक्ट में सभी भारतीय काम कर रहे हैं. वो कंपनी भारतीय दूतावास से संपर्क में है. जितने भी भारतीय बांग्लादेश मे फंसे हुए उन्हें लेकर भारतीय दूतावास अलर्ट पर है. लगातार प्रधानमंत्री के कार्यालय के तरफ से भी अपडेट लिया जा रहा है. कोशिश की जा रही है की उन्हें सही सलामत उनके घर भिजवा दिया जाए.
सभी लौटना चाहते है भारत
बांग्लादेश के हालत बिगड़ने के बाद जितने भी भारतीय वहां फंसे हुए है, वे सभी लोग जल्द से जल्द वापस लौटना चाहते है. वे सभी लोग भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क में है. सभी के पासपोर्ट के देरी के कारण वे लोग वहां पर फंसे हुए. मनीष चौधरी ने अपने दोस्तों को बताया कि वे लोग यहां से निकलने की कोशिस कर रहे है . उम्मीद है की 2 से 3 तीन दिनों मे वो भारत लौट आएंगे.
सूचना मिलने पर की जाएगी मदद :श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता
सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि अभी तक किसी व्यक्ति ने हमारे सहायता केंद्र पर संपर्क नहीं किया है. हमारी नज़र बांग्लादेश की घटना पर बनी हुई है. सहायता केंद्र काम कर रहे है, जैसे ही कोई व्यक्ति सहायता केंद्र के माध्यम से संपर्क करेगा, उसकी पूरी जानकारी मीडिया से साझा की जाएगी. इसके साथ ही संबंधित व्यक्ति की पूरी मदद विभाग की तरफ से की जायेगी.