पटना- राज्य के कई स्थानों पर रामनवमी जुलूस के दौरान उत्पातियों और उपद्रवियों के द्वारा मचाये गये हुड़दंग से सामाजिक तनाव की स्थिति बन गयी थी, कई स्थानों से लूट, पत्थरबाजी, और हिंसा की खबरें आई थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन की पहल से उत्पातियों पर काबू पा लिया गया, राज्य सरकार की ओर से सासाराम और नालंदा से करीबन 45 लोगों को हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
सीएम नीतीश का दावा
इस सीएम नीतीश कुमार ने दावा किया है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है, छिटपूट घटनाओं को छोड़कर कानून व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है. लेकिन इस बीच खबर आ रही है कि गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से बात कर राज्य की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया है, साथ ही अर्ध सैनिकों बलों की 10 कंपनियों को बिहार मे उतारने का बड़ा फैसला किया गया है.
भाजपा का दावा, राज्य में खत्म हो चुकी है लॉ एंड ऑर्डर
दरअसल भाजपा शुरु से ही रामनवमी हिंसा को कानून व्यवस्था से जोड़कर देख रही थी, भाजपा का दावा था कि राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की समस्या पैदा हो गयी है, राज्य सरकार असामाजित तत्वों पर नियंत्रण पाने की स्थिति में नहीं है. भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में राज्यपाल से मुलाकात की कानून व्यवस्था की गिरती स्थिती पर चिंता भी व्यक्त की थी.
अर्ध सैनिक बलों का उतारा जाना मैसेजिंग की राजनीति
साफ है कि रामनवमी हिंसा की आड़ में भाजपा नीतीश सरकार की घेराबंदी में जुट गयी है, अब जब कि मामला पूरी तरह से शांत हो गया है, लोग अपने अपने घरों की लौटने लगे हैं, केन्द्र सरकार के द्वारा अर्ध सैनिक बलों का उतारा जाना मैसेजिंग की राजनीति हो सकती है. अर्ध सैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियों को उतार कर केन्द्र सरकार यह संदेश देने की कोशिश कर रही है, राज्य की पुलिस इस हिंसा पर नियंत्रण पाने में असफल रही, यही कारण है कि केन्द्र सरकार को अर्ध सैनिकों बलों की अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती करनी पड़ी.