रांची(RANCHI)- रामनवमी के अवसर पर कथित रुप से डीजे प्रतिबंध पर हंगामा बरपाते भाजपा विधायकों पर सीएम हेमंत ने तंज कसते हुए कहा है कि इनके सामने अपनी विश्वसनीयता को साबित करने का संकट खड़ा हो चुका है, यही कारण है कि अब इन्हे अपना कुर्ता फाड़ कर रामभक्त का प्रमाण देना पड़ रहा. इन्हे सोचना चाहिए कि इनके सामने यह नौबत क्यों आयी.
सुनियोजित ड्रामा कर रही है भाजपा
सीएम हेमंत ने कहा कि ये लोग सदन का ध्यान जनता के मुद्दे से हटवाने के लिए एक सुनियोजित तरीके से ड्रामेबाजी कर रहे हैं. इनके पास ना तो कोई मुद्दा है और ना ही कोई सिन्धात, इनके मुंह में राम बगल में छुरी है. राज्य की जनता का क्या, ये लोग तो राम के भी नहीं है, जब-जब इनकी राजनीति खतरे में पड़ जाती है, इनके सामने अपने अस्तित्व का संकट खड़ा हो जाता है, इनके द्वारा जयश्रीराम का उद्घोष कर राजनीतिक स्टंट की शुरुआत कर दी जाती है.
पहले ये लोग कुर्ता फड़वाते हैं, फिर उसकी दुकानदारी शुरु की जाती है
सीएम हेमंत ने कहा कि ये लोग पहले एक प्लानिंग के तहत अपना कुर्ता फड़वाते हैं, उसकी वीडियोग्राफी करवाते हैं, और फिर उसके बाद राजनीतिक दुकानदारी की शुरुआत कर दी जाती है. लेकिन भगवान तो सब कुछ देख रहा है ना. इनको यह भ्रम है कि केन्द्र में इनकी सरकार हैं तो कुछ भी कर निकल जायेंगे. लेकिन यह इनका सबसे बड़ा भ्रम है, यहां इनकी दाल नहीं गलने वाली है.
भाजपा विधायकों की ओर से सदन में लगाया जा रहा था जयश्रीराम का नारा
यहां यह बता दें कि आज सदन की शुरुआत होते ही एक बार फिर से भाजपा विधायकों ने रामनवमी पर डीजे को प्रतिबंधित करने का मामला उठाया था, भाजपा विधायकों के द्वारा लगातार जयश्रीराम का नारा लगाया जा रहा था. जबकि सत्ता पक्ष के विधायकों का तर्क था कि डीजे पर कहीं से कोई प्रतिबंध नहीं है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने भी इस मामले में अपना ट्विट किया है, फिर यह प्रतिबंध की खबर कहां से आ रही है. यह डीजे की लड़ाई नहीं, भाजपा का अपना अस्तित्व बचाने की लड़ाई है. जयश्रीराम के नारे हिन्दूओं की आस्था के लिए नहीं, भाजपा अपने अस्तित्व को बचाने के लिए लगा रही है.
भाजपा को राम और रामनवमी से कोई वास्ता नहीं
हम यहां बता दें कि कल ही कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला ने भी डीजे पर प्रतिबंध की खबर को महज अफवाह बताया था, आज सत्ता पक्ष के दूसरे विधायकों ने भी इसका खंडन किया. सत्ता पक्ष के विधायकों का तर्क था भाजपा को राम और रामनवमी से कोई वास्ता नहीं है, उसका असली मकसद इस मुद्दे पर राजनीति की रोटी सेंकना है, यही कारण है डीजे पर प्रतिबंध की झूठी खबर फैलायी जा रही है. सत्ता पक्ष की ओर से भाजपा विधायकों के आरोपों जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इनको राम और रामनवमी से कोई मतलब ही नहीं है, ये लोग तो महज अपनी ड्रामेबाजी के लिए जयश्रीराम के नाम का उपयोग कर रहे हैं. मेरा राम तो शांति और भाईचारा का प्रतिक है, मेरा राम गांधी का राम, सबरी का राम है, मेरा राम दिन दुखियों की पीड़ा हरने वाला राम है, मेरा राम तो पूरा हिन्दूस्तान है. मेरा राम नफरत और दंगा नहीं फैलाता, भाजपा की हालत तो हारे को हरिनाम जैसी हो गयी है. यही कारण है कि वह अब सिर्फ जयश्रीराम का नारा लगाकर अपनी राजनीतिक दुकान चलाना चाहती है, लेकिन झारखंड की यह जनता किसी बहकावे में नहीं आने वाली है. इनकी दुकानदारी बंद होने वाली है.