रांची(RANCHI) झारखंड की राजनीति में राजीव एक्का प्रकरण थमने का नाम ले रहा है, अब तक सीएम हेमंत को निशाने पर लेने से परहेज करती रही, भाजपा ने अपनी रणनीति बदली है, अब उसके निशाने पर सीधे हेमंत है, अब भाजपा की कोशिश राजीव एक्का को सामने रख सीएम हेमंत को घेरने की है.
भाजपा ने ईडी को सौंपा ज्ञापन
इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए भाजपा ने ईडी को एक ज्ञापन सौंपा है, कहा जा रहा है कि इस ज्ञापन में भाजपा ने यह दावा किया है कि राजीव अरुण एक्का इस खेल का महज एक अदना सा मोहरा है, असली खिलाड़ी तो खुद सीएम हेमंत हैं.
सीधे हेमंत तक जाती थी रकम
भाजपा का दावा है कि विशाल चौधरी के मार्फत से रुपये का बड़ा खेल होता था, इसका कुछ हिस्सा तो राजीव अरुण एक्का के पास रहता था, लेकिन इसकी बड़ी खेप सीधे हेमंत तक जाती थी, जिसका इस्तेमाल मनी लांड्रिंग में किया जाता था.
सीएम कार्यालय से विशाल चौधरी के निजी कार्यालय में आती थी फाइल
इसके साथ ही भाजपा का आरोप है कि गृह विभाग से जुड़ी वैसी सभी फाइलें विशाल चौधरी के पास पहुंच जाती थी, जिसको निस्पादन करने की जिम्मेवारी राजीव अरुण एक्का पर थी. विशाल चौधरी के कार्यालय से संबधिंत व्यक्तियों को फोन जाता था, और उगाही होने के बाद संचिका पर राजीव अरुण एक्का के द्वारा हस्ताक्षर किया जाता था. भाजपा का दावा है कि इस प्रकार तो गृह मंत्रालय से जुड़ी गुप्त खबरें भी आतंकवादियों और उग्रवादियों तक पहुंच जाती होगी.
पूर्व सीएम बाबूलाल ने जारी किया था वीडियो क्लिप
यहां बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक वीडियो क्लिप जारी कर सीएम हेमंत के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का पर विशाल चौधरी के निजी कार्यालय में बैठकर सरकारी फायलों का निस्पादन करने का गंभीर आरोप लगाया था, जिसके बाद आनन-फानन में राज्य सरकार ने एक्का को प्रधान सचिव के पद से हटाकर पंचायती राज विभाग भेज दिया था.
राजीव एक्का की सफाई
बाद में इस मामल में अपनी सफाई देते हुए राजीव एक्का ने कहा था कि वह अपने मित्र के कार्यलय में बैठकर उसे एकाउंट का कुछ गुढ़ समझाने की कोशिश कर रहे थें, किसी पदाधिकारी को किसी से दोस्ती होना अपराध नहीं है. कहा जा सकता है कि इस बयान के साथ ही उन्होंने यह स्वीकार कर लिया कि वह विशाल चौधरी के कार्यालय में बैठे हुए थें, साथ ही यह भी कि उनके द्वारा किसी फाइल को देखा जा रहा था.
राजीव एक्का के जवाब को भाजपा ने बताया अपर्याप्त
मीडिया में दिये गये उनके स्पष्टीकरण को भाजपा अपर्याप्त बता रही है, भाजपा का कहना है कि उल्टे उनके बयान से हमारे आरोपों की पुष्टि हो रही है. अब वह स्वीकार कर चुके हैं कि राजनीतिक गलियारों में दलाली करते रहे विशाल चौधऱी के साथ उनका उठना-बैठना है, एक अधिकारी का किसी दलाल के साथ दोस्ती कितनी जायज है?
राज्य सरकार भी एक्का के जवाब से नहीं है संतुष्ट
यहां यह भी बता दें कि राज्य सरकार भी इस मामले में राजीव एक्का के जवाब से संतुष्ट नहीं दिख रही है. यही कारण है कि वह राजीव अरुण एक्का से अपना पल्ला झाड़ती नजर आ रही है, खबर यह भी है कि कार्मिक विभाग कुछ ही दिनों में उनके खिलाफ शो कॉज जारी करने की तैयारी में है.
पहली बार किसी मामले में हेमंत सोरेन के खिलाफ ईडी के पास गयी भाजपा
भाजपा अब इस मामले में सीएम हेमंत के खिलाफ ईडी के पास गयी है. हालांकि राजीव एक्का कहते रहे हैं कि उनके पास कोई अहम फाइल नहीं रहती थी, लेकिन भाजपा के आरोप बेहद गंभीर है. शायद यही कारण है कि भाजपा पहली बार किसी मामले में सीएम हेमंत के खिलाफ ईडी के पास गयी है.