टीएनपी डेस्क: गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपनो, जिन गोविंद दियो बताय. शायद यह कहावत अभी के समय में चरितार्थ नहीं होती है. गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है. कहा जाता है कि गुरु और शिष्य का रिश्ता काफी खास होता है. माता-पिता के बाद एक गुरु यानी की टीचर ही बच्चे को सही राह दिखाते हैं. उसे सही मार्गदर्शन देते हैं. लेकिन अभी के समय में यह सिर्फ कहने की बातें रह गई हैं. दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देख आपको ये बातें बिलकुल सी लगेंगी. अब विस्तार से......
सरकार ने स्कूल में अब बच्चों के साथ मारपीट करने पर रोक लगा दी थी. लेकिन इसी बीच ग्वालियर के एक स्कूल टीचर को अपने छात्र पर हाथ उठाना काफी महंगा पड़ गया. बता दे कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो ग्वालियर के एक निजी स्कूल का बताया जा रहा है. जहां फीस जमा न करने पर स्कूल टीचर ने एक छात्र से पिटाई कर दी. जैसे ही टीचर ने छात्रा को थप्पड़ मारा छात्र ने भी पलट कर टीचर को थप्पड़ जड़ दिया. बीच बचाव करने आए दो अन्य शिक्षकों ने भी छात्र से मारपीट की. फिर क्या था स्कूल में हंगामा मच गया.
विवाद का ये वीडियो ग्वालियर के एक निजी स्कूल का है, जहां स्कूल फीस जमा न कराने पर प्रिंसिपल ने छात्र से मारपीट की, छात्र ने भी प्रिसिंपल को थप्पड़ जड़ दिया, बीच बचाव करने आए दो अन्य शिक्षिकों ने छात्र से मारपीट की। दोनों पक्षों पर क्रॉस मामला दर्ज हुआ है...#gwalior #MPNews pic.twitter.com/kEuSI1Vymr
— Punjab Kesari-MadhyaPradesh/Chhattisgarh (@punjabkesarimp) August 24, 2024
घटना की जानकारी मिलते ही छात्रा के परिजन स्कूल पहुंचे और उन्होंने टीचर पर आरोप लगाया कि पहले टीचर ने बच्चे पर हाथ छोड़ा था. अब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. सारी घटना स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. अब इस मामले को लेकर प्रिंसिपल ने छात्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया है तो वहीं छात्र ने भी प्रिंसिपल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
इस पूरे मामले में स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है की छात्रा ने फीस नहीं भरी थी इसीलिए उसे स्कूल से टीसी नहीं दी जा रही थी लेकिन इस मामले में छात्र का कहना है कि उसने अपनी पूरी फीस जमा कर दी है. स्कूल के शिक्षक उसे दलित जाति होने के कारण बेइज्जत करते रहते हैं. यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने छात्र की शिकायत पर प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. वही इस मामले में शिकायत मिलने के बाद जाँच की जा रही है. अब पुलिस जाँच के बाद ही पीटीए चलेगा कि छात्र ने फ़ीस जमा की थी नहीं. लेकिन मामला जो भी हो बच्चे को शिक्षक पर हाथ नहीं उठानी चाहिए थी.