रांची(RANCHI): एक घर बनाने के लिए लोगों को पूरी ज़िंदगी कमानी पड़ती है. लेकिन बाद में जब आपको पता चले कि जिस जमीन पर आपने घर बनाया है, वो जमीन आपकी अपनी नहीं बल्कि रेलवे की है तो कैसा लगेगा. दरअसल, ऐसा ही एक मामला रांची के बिरसा चौक के कठरकोचा में देखने को मिला. जहां रेलवे के जमीन पर बना घर अवैध निर्माण घोषित कर दिया गया. वहीं, आज यानी शुक्रवार की सुबह ही अवैध निमार्ण घर के सामने सैकडों पुलिस जवान और बुलडोजर खड़े हो गए. बुलडोजर को देख लोग कुछ समझ पाते कि तब तक घरों पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया.
रेंट पर घर लेने के लिए पैसा नहीं
बता दें कि यह मामला रेलवे की जमीन पर बने मकानों का है. रेलवे की ओर से कई बार नोटिस जारी कर घर खाली करने को कहा गया था. लेकिन झोपड़ी नुमा घर में रहने वाले गरीब कहां जाते. उन लोगों के लिए यही मात्र एक आशियाना था. जिनका मकान टूट रहा था उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से यहां रह रहे हैं. अब कहां जाएंगे, आज सुबह उनके घरों पर बुलडोजर चला दिया गया. अपने सपने के घर को टूटते देख एक बुढ़ी महिला रोने लगी. इनकी उम्र करीब 80 से 85 वर्ष होगी. रोते हुए उन्होंने अपने दर्द को बताया कि इनका जन्म भी यहीं हुआ था लगभग 85 वर्षों से अधिक समय से यहां इसी घर में रहती है. लेकिन अब इनका घर टूट गया है. कहां जाए उतना पैसा भी नहीं है कि हम रेंट पर घर लेंगे. सरकार और रेलवे को थोड़ा रहम करना चाहिए.
बिना नोटिस भी तोड़ा कई घर
वहीं, कई ऐसे लोग भी है जिन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया. लेकिन जब बुलडोजर आया तो सभी घरों को एक साथ तोड़ दिया गया. उन्होंने बताया कि ऐसी ही बिना नोटिस के घर पर बुलडोजर चला दिया. घर पर बुलडोजर चलता देख कई महिला बेहोश हो गई. वहीं, महिला की बच्ची गुस्से से लाल दिखी. सभी के आंखों में आंसु थे, अपना आशियाना टूटता देख खुद लोग टूट गए है.
रिपोर्ट : समीर हुसैन, रांची