टीएनपी डेस्क(TNP DESK): अपनी भारत जोड़े यात्रा के साथ राहुल गांधी इन दिनों कश्मीर की हसीन वादियों में है. 30 फरवरी को श्रीनगर में भारत जोड़े यात्रा का समापन होने जा रहा है. इसी यात्रा के दौरान कश्मीर की हसीन वादियों से राहुल गांधी ने अपनी पसंद और नापसंद का इजहार किया है. बेबाकी से अब तक के उलझे सवालों को झेलने की हिम्मत दिखलाई है.
अभी उस लविंग गर्ल की तलाश की पूरी नहीं हुई
अपने हंसमुख स्वाभाव के साथ राहुल गांधी ने शादी के बाबत सवालों का स्वागत करते हुए कहा कि बस मुझे मेरी पंसद की लड़की की तलाश है, लड़की मिलते ही शादी को तैयार हूं, हां, एक शर्त है लड़की लविंग और इंटेलिजेंट होनी चाहिए, राहुल गांधी ने कहा कि मेरे पिता की भी शादी शानदार रही थी. यही कारण है कि शादी को लेकर मेरे ख्याल बहुत ऊंचे हैं. राहुल गांधी ने कहा अभी उस लविंग गर्ल की तलाश की पूरी नहीं हुई है.
तप, तपस्या और त्याग को बताया भारत की पहचान
भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्यों पर अपनी राय रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हमारी संस्कृति में तप तपस्या और त्याग का महत्व है, देश के अलग अलग हिस्से से लोग इसमें जुड़ते गयें और यह कारवां बनता गया. एक बात समझ में आयी कि लोगों के दिलों में दर्द है, इस यात्रा ने हमें इस दर्द को समझने की कुब्बत दी.
कटहल और मटर पसंद नहीं
खाने-पीने की चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं हर भारतीय खाना पसंद करता हूं, सामान्य तौर पर लंच में देसी खाना लेता हूं और रात में कॉन्टिनेंटल पसंद है, साथ ही तंदूरी, चिकन टिक्का, सीक कबाब और आमलेट पर भी हाथ साफ कर लेता हूं. कभी कभार खाने की खोज में मोती महल, सर्वना भवन भी चला जाता हूं.
पहली नौकरी के पैसे घर का किराया और दूसरी जरुरततों में खत्म हो जाता था
अपनी पहली नौकरी की चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पहली नौकरी लंदन में की थी,वह एक स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग कंपनी थी. सैलरी तीन हजार से ढाई हजार पाउंड थी, लेकिन सारा पैसा घर का किराया और दूसरी जरुरतों में खत्म हो जाता था. राहुल कहते हैं कि उस समय मेरी उम्र महज 25 साल की थी. इस रकम से चाहतें पूरी नहीं होती थी.
रिपोर्ट:देवेंद्र कुमार