मोतिहारी(MOTIHARI): शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के हनक का असर मोतिहारी में नहीं है, क्योंकि के के पाठक की सख्ती के बावजूद बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होने का नाम नहीं ले रही है, और इसका उदाहरण मोतिहारी सामने आई है.एक तस्वीर को देख आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पूर्वी जहां बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित ग्यारहवीं और नौंवी के वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र के बंडल खुले आसमान के नीचे फेंके हुए हैं. देंखने में ऐसा लग रहा है जैसे आसमान से प्रश्न पत्र बरसाया गया हो. इस तस्वीर में यह भी देखा जा सकता है कि जिले के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक अपने विद्यालय कोड के अनुसार प्रश्नपत्र पुरे मौदान में घूम घूम कर ढ़ूढ़ने में लगे हैं.कई शिक्षक तीन-तीन दिनों से अपने विद्यालय का प्रश्नपत्र ढ़ूढ़ने आ रहे हैं और खाली हाथ लौट रहे हैं,जबकि परीक्षा 13 मार्च से होनी है.
कल से शुरू होगी 11 वीं और 9वीं की परीक्षा
शिक्षकों का कहना है कि तीन दिन पूर्व प्रश्नपत्र और कॉपी के आने की जानकारी मिली.उसके बाद से प्रतिदिन प्रश्नपत्र ढ़ूढ़ने आ रहे हैं.कई शिक्षक अपने विद्यालय के प्रश्नपत्र ढ़ूढ़ने में सफल रहे,जबकि कई शिक्षक पिछलें दो तीन दिनों से अपने विद्यालय के प्रश्नपत्र को ढ़ूढ़ रहे हैं,लेकिन उन्हें नहीं मिल रहा है.जानकारी के मुताबिक आगामी 13 मार्च से ग्यारहवीं और 16 मार्च से नौंवी की वार्षिक परीक्षा शुरु होगी.जिसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने चार दिन पहले प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका ट्रक से भेजा.पटना से आए प्रश्नपत्र को ट्रक चालक ने शहर के नगर थाना के पास स्थित एमजेके कन्या प्लस टू विद्यालय में खूले आसमान के नीचे प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका के बंडल को गिराकर चला गया.
बगीचे में बिखरा पड़ा है प्रश्न पत्र
प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका के आने की सूचना सभी हाईस्कूल और प्लस टू विद्यालय के प्रिंसिपल को विभाग ने भेज दिया.विद्यालय के शिक्षक जब अपने विद्यालय के प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका को लेने आए,तो यहां लापरवाही का दृश्य ही कुछ अलग था, क्योंकि प्रखंडवार प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका रखने के बजाय सभी विद्यालय के प्रश्नपत्र एक साथ बगीचे में बिखरे पड़े थे,जिसे ढ़ृढ़ना कम मुश्किल काम नहीं है,क्योंकि जिला में लगभग 478 विद्यालय के ग्यारवीं सभी विषयों के प्रश्न पत्र और लगभग 478 विद्यालय के नौंवी की सभी विषयों के प्रश्नपत्र को उत्तरपुस्तिका खुले आसमान के नीचे बिखरा हुआ है.