बगहा(BAGAHA): जनसुराज पदयात्रा के दौरान राजनीतिक रणनीतिकार से खुद की राजनीति जमीन बनाने निकले प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्हें छह राज्यो के मुख्यमंत्री से सहयोग मिल रहा है. इसी आधार पर वे बिहार में सत्ता परिवर्तन की तैयारी कर रहे हैं. प्रशांत किशोर ने रतवल के ऐतिहासिक हरिहर उच्छविद्यालय प्रांगण में घोषणा की कि वे सशक्त क्षेत्रीय पार्टी बनाएंगे. बता दें कि यह वही प्रांगण है जहां से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 19 जनवरी 2009 को अपने विकास यात्रा की शुरुआत के साथ रात्रि विश्राम भी किया था. शायद इसी को लक्ष्य करते हुए प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री के सभी विकास योजनाओं को असफल करार देते हुए सरकार पर तीखा प्रहार किया है.
सीएम नीतीश पर किया वार
उन्होंने एक-एक कर मुख्यमंत्री के सात निश्चय को पूरी तरह असफल होने का दावा किया है और इसके साथ ही इस क्षेत्र से कामगारों के पलायन को विस्फोटक स्थिति बताया है. उनका दावा है कि अधिकांश क्षेत्रो में घर में नवजवान नही है. वो रोजगार की तलाश में पलायन कर किसी अन्य राज्य में रह रहे हैं. इस पदयात्रा की फंडिंग के सवाल पर पीके ने बताया कि मेरे साथ पांच छह राज्यो के मुख्यमंत्री जुड़े हुए हैं. उनके सहयोग से यह खर्च किया जा रहा है और आगे जब विस्तृत रूप में पार्टी का गठन होगा तो यह अबतक के जन सहयोग का सबसे बड़ा प्रयोग होगा. राष्ट्रीय विकल्प के सवाल पर बहुत सफाई से पीके ने इसको महात्मा गांधी के आजादी के कांग्रेस से जोड़ दिया और बताया कि लोगो को विचार के अनुसार विकल्प का अवसर देगा जो पूरे देश के लिए होगा.