टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को CBI से समन के साथ ही देश की राजनीति में भूचाल आ गया है. CBI ने 300 करोड़ की रिश्वत पेशकश मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा है. वहीं समन जारी होते ही राजनीति बयानबाजी शुरू हो गई है. एक ओर कांग्रेस केंद्र सरकार पर सच को दबाने के लिए CBI का दुरूपयोग करने का आरोप लगा रही है. वहीं कांग्रेस का पलटवार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया है. राजनीति बयान बाजी तो चलती रहेगी इन सब के बीच कई सवाल उठने लगे हैं.
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि पुलवामा अटैक पर बोलना सत्यपाल मलिक को महंगा पड़ा है. जैसे ही मलिक ने केंद्र सरकार की पोल को खोला भाजपा बौखला गयी है. अभी तो यह शुरुआत है एक एक कर सभी झूठ और फरेब जनता के बीच आएंगे. पुलवामा हमले में हमने 40 जवानों को खोया था. उनका दर्द आज भी है. लेकिन सरकार ने जवानों के लिए क्या किया किसी से छुपा नहीं है. जवानों को बिना बुलेट प्रूफ बस में भेज दिया गया. कही इंटेलिजेंस को इसकी भनक नहीं लगी. ऐसा कैसे हो सकता है.
गृह मंत्री ने क्या पलटवार
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने सत्यपाल मलिक को लेकर कहा कि उनकी अंतर आत्मा सत्ता में रहते क्यों नहीं जागी थी. भाजपा से हटने के बाद ही अंतर आत्मा क्यों जागी. वह सत्ता में थे तब इस मामले को उजागर क्यों नहीं किया था. बता दे कि जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहते हुए सत्यपाल मलिक को 300 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी. इस मामले में CBi उनसे पूछताछ करेगी.
सत्यपाल मलिक ने The Wire को दिए इंटरव्यू में बताया था कि पुलवामा हमला सरकार की फेल्यर की वजह से हुआ था. इसके बाद उन्होंने एक दूसरे पत्रकार को इंटरव्यू में बताया था कि हो सकता है कि उन्हें किसी मामले में समन भेज कर बुलाया जा सकता है.
रिपोर्ट: समीर हुसैन