रांची - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी का जो बयान आया है,उससे भाजपा नेताओं में प्रतिक्रिया देखी जा रही है.अधिकांश नेताओं का यह कहना है कि राहुल गांधी के बारे में जो कहा जाता है जो संज्ञा उन्हें दी जाती है वह एकदम फिट है और ताजा बयान से एक बार फिर साबित होता है. दरअसल राहुल गांधी ओडिशा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान अपने संबोधन में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो संसद में ओबीसी होने का दावा करते हैं वह गलत कह रहे हैं. सभी को बरगला रहे हैं.बेवकूफ बना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी पैदा नहीं हुए थे.वह सामान्य जाति के हैं.वह ओबीसी को पसंद नहीं करते. कभी गले नहीं लगते. ये तमाम बातें उन्होंने अपने संबोधन में कही है इसको लेकर भाजपा को गुस्सा या या खींझ आना जरूरी था.
राजनीतिक बयान बाजी झारखंड में तेज
राजनीतिक बयान बाजी तेज हो गई है. झारखंड बीजेपी के महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा है कि राहुल गांधी जैसे व्यक्ति से और क्या अपेक्षा की जा सकती है. ऐसे कांग्रेसी नेता से क्या अपेक्षा की जा सकती है जिनको देश की जनता ही ज्ञानहीन समझती हो.वैसे प्रदीप वर्मा ने कहा कि भाजपा जाति और धर्म की राजनीति नहीं करती सबको साथ लेकर चलती है.
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी ने जो कहा है वह सत्य है.साल 2000 में भाजपा की गुजरात सरकार ने उन्हें ओबीसी में शामिल किया.भाजपा ओबीसी का हमेशा से विरोध करती रही है. विरोध ही नहीं उपेक्षा भी करती रही है.आज देश का ओबीसी समाज भाजपा से नाखुश है. कांग्रेस ने हमेशा पिछड़े समाज को सम्मान दिया है. बीजेपी का करना है कि राहुल गांधी की बातों का जहाँ कांग्रेसी ध्यान नहीं देते हैं वहीं देश की जनता भी ध्यान नहीं देती है.