TNP DESK: - यह बिलकुल स्वाभाविक है. ओलंपिक में एक मेडल सुनिश्चित था. चांदी का भी मेडल था. सोने के लिए अब मैदान में उतरना था. तभी यह कह दिया जाए की आप अयोग्य हैं तो निश्चित रूप से किसी को भी बड़ा झटका लग सकता है.यह झटका पेरिस ओलंपिक में कुश्ती खिलाड़ी विनेश फोगाट को व्यक्तिगत रूप से लगा लेकिन झटका का असर तो पूरे देशवासियों को हुआ है. 140 करोड़ आबादी वाले इस देश में विनेश फोगाट से गोल्ड मेडल की उम्मीद की जा रही थी लेकिन 100 ग्राम वजन अधिक होने की वजह से वह अयोग्य हो गईं. यह निश्चित रूप से बड़ा झटका रहा है.
ओलंपिक के पदाधिकारियों के द्वारा जब इस बात की जानकारी दी गई कि उनका वजन अधिक है और वह अयोग्य घोषित की जाती हैं तो विनेश फोगाट बेहोश हो गईं और डिहाइड्रेशन का शिकार हो गईं .बेशक यह भारत के लिए दुर्भाग्यपूर्ण झटका रहा है. फिर भी विनेश फोगाट ने चैंपियन की तरह खेला और किसी को उनसे शिकायत नहीं है.
कुश्ती को अलविदा कह दिया विनेश फोगाट ने
कुश्ती की खिलाड़ी विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया एक्स पर अपना संदेश जारी किया है.उन्होंने लिखा है - मां कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई. आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-24.
विनेश फोगाट का सोशल मीडिया संदेश ट्रेंड कर रहा है. देशवासी उसे हौसला दे रहे हैं. लोगों की प्रतिक्रिया है कि उन्होंने बेहतर तरीके से खेला. वह चैंपियन है और सभी भारतीयों के दिल में उनकी विजेता वाली छवि है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा था कि विनेश फोगाट चैंपियनों की चैंपियन हैं.