टीएनपी डेस्क(TNP DESK): ट्विटर का मालिकाना हक मिलने के बाद, अमेरिकी अरबपति एलोन मस्क ने अपने पहले कदम के तहत सीईओ पराग अग्रवाल सहित शीर्ष नेतृत्व को हटा दिया है. मस्क ने अग्रवाल के अलावा, ट्विटर पर कानूनी, नीति और ट्रस्ट के प्रमुख विजया गड्डे और दो और शीर्ष अधिकारियों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी खातों की संख्या पर उन्हें और ट्विटर निवेशकों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए बर्खास्त कर दिया, हालांकि खबर ये भी है कि जिन शीर्ष नेतृत्व को बाहर किया गया है वह खाली हाथ नहीं जायेंगे.
मस्क ने अप्रैल में ही ट्विटर खरीदने की घोषणा की थी
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, टेस्ला के सीईओ ने गुरुवार को 44 बिलियन अमरीकी डालर के ट्विटर अधिग्रहण सौदे को पूरा करने के बाद ट्विटर को खरीद लिया. बता दें कि मस्क ने इस साल अप्रैल में ही ट्विटर खरीदने के अपने इरादे की घोषणा की थी, हालांकि चर्चा इस बात की भी थी कि एलोन मस्क माइक्रो-ब्लॉगिंग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नियंत्रण पाते ही अग्रवाल को निकाल देंगे.
42 मिलियन अमरीकी डॉलर मिलेंगे
वहीं, एक शोध कंपनी इक्विलर के अनुमान के तहत उन्होंने बताया कि अग्रवाल को सौदे के अनुसार, भारतीय मूल के पूर्व सीईओ अपने अनिवेशित इक्विटी पुरस्कारों का 100 प्रतिशत हिस्सा देंगे. रिसर्च फर्म इक्विलर के अनुसार, अग्रवाल अनुमानित 42 मिलियन अमरीकी डॉलर (3,457,145,328 रुपये) कमाएंगे. इसमें पराग के मूल वेतन का एक साल का मूल्य और सभी इक्विटी पुरस्कारों का त्वरित निहित होना शामिल है.
2021 में बने थे ट्विटर के सीईओ
दरअसल, 38 वर्षीय पराग अग्रवाल को नवंबर 2021 में सोशल मीडिया साइट के सह-संस्थापक जैक डोर्सी के पद छोड़ने के बाद ट्विटर के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था. IIT स्नातक पराग अग्रवाल ने 2011 में ट्विटर ज्वाइन किया था, जब 1,000 से कम कर्मचारी थे. कंपनी में बढ़ते हुए, वह 2017 में ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी बने.