पटना(PATNA): धीरेन्द्र शास्त्री के द्वारा हिन्दू राष्ट्र को लेकर दिए बयान पर बिहार में राजनीतिक तपिश बढ़ गई है.बाबा पर नेता सवाल उठाने लगे है. वहीं हिन्दू राष्ट्र के मामले पर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने भी बाबा पर तंज कसा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि आजादी की लड़ाई में सभी धर्म के लोगों ने लड़ी थी. देश का संविधान भी सब लोगों के सहमती से ही बना था. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और इन लोगों ने ही नामकरण किया तो सभी की सहमति बनी थी. उस पर ही लोगों को ध्यान देना चाहिए, ना कि बदलना चाहिए. हमें आश्चर्य होता है कि लोग इस तरह की बात कर रहे हैं.
मीडिया भी सही तथ्यों को नहीं दिखा पा रही
मीडिया के बहाने सीएम नीतीश कुमार ने बिना नाम दिए केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया. कहा देश की मीडिया पर उनका अधिकार हो गया है इसलिए मीडिया भी सही तथ्यों को नहीं दिखा पा रही है. नीतीश कुमार ने कहा कि जो देश का नाम है क्या देश के नाम को भी बदलेंगे. अभी जो लोग इस तरह की बात कर रहे है क्या आजादी की लड़ाई के वक्त उनका जन्म हुआ था. हम लोगों का जन्म भी हुआ है बाद में लेकिन हमने अपने पूर्वजों से इस देश के संस्कृति के बारे में सीखा है उनसे ज्ञान ली है. सीएम ने कहा कि जो लोग जिस धर्म को मानते हैं उसमें ही उन लोगों को विश्वास करना चाहिए. किसी के दबाव में लोग अपना धर्म परिवर्तन न करें.
राम हो या कृष्ण हो जिनका जो धर्म है वो पालन करे
बाबा बागेश्वर द्वारा बिहार वासियों को राम मय बनाने की बात को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राम हो या कृष्ण हो जिनका जो धर्म है वो पालन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस देश में 7 धर्म है कुछ जगहों पर धर्म कम है लेकिन सभी जगहों पर सभी धर्म के लोग रहते हैं.सीएम ने कहा बिहार में ही सबसे अधिक लोगों को ज्ञान की प्राप्ति हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में हम सभी धर्मों के लिए काम करते हैं मंदिरों मस्जिदों गुरुद्वारा हो या अन्य तरह की जो भी चीजें होती है.उसमें हम बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं. इसलिए आपस में लोग विवाद ना करें लोगों से हम अपील भी करते हैं. जो लोग मंच से इस तरह की बात करते हैं वो उनका अपना विचार है इसलिए लोगों को इन सब बातों पर नोटिस नहीं लेना चाहिए.
देश की नीतियों से कोई मतलब नहीं है ना ही उन्हें संविधान से
वहीं बाबा के दरबार में बीजेपी नेता केंद्रीय मंत्री द्वारा पूजा अर्चना करने के बाद कई तरह के सवाल उठाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इन सब चीजों से हमें कोई मतलब नहीं है. यह उनका व्यक्तिगत मसला है कोई भी किसी भी धर्म का पूजा पाठ कर सकता है. इशारों इशारों में मुख्यमंत्री ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें देश की नीतियों से कोई मतलब नहीं है ना ही उन्हें संविधान से मतलब है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संविधान के खिलाफ कोई भी देश में माहौल नहीं बना सकता यदि इस तरह का लोग माहौल बनाएंगे तो जनता उन्हें जवाब जरूर देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान में परिवर्तन करने के लिए पहले उन्हें लोकसभा और राज्यसभा से मंजूरी लेनी पड़ेगी तब संविधान उसे मंजूर करेगा इसलिए इस तरह की बात बेतुका का है.