पलामू (PALAMU) : कोयलांचल का कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को एक बार फिर पलामू के सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया जा रहा है. इसके लिए पुलिस मुख्यालय से आदेश भी जारी कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार झारखंड पुलिस आपराधिक गिरोह के खिलाफ अभियान चला रही है. इसी वजह से अमव साव को हर तीन से चार महीने में एक जेल से दूसरे जेल सिफ्ट किया जाएगा. आपकों बता दें कि अमन साव इस वक्त चाईबासा के जेल में है. जिसे बहुत जल्द पलामू जेल में शिफ्ट किया जाएगा.
जेल के अंदर बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
इधर पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने अमन साव के पलामू जेल शिफ्ट करने की खबर की पुष्टि की है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा बढ़ा रही है. ताकि अमन साव से मुलाकात करने वालों पर पुलिस खास नजर रख सके. इसके साथ ही पुलिस मिलने वालों का डाटा भी अपने पास रखेगी.
पलामू जेल के सुपरिटेंडेट को जान से मारने की दी थी धमकी
आपकों बता दें कि एक साल पहले पलामू के सेंट्रल जेल में रहने के दौरान अमन साव ने जेल के सुपरिटेंडेंट जितेंद्र कुमार को जान से मारने की धमकी दे दी थी. दरअसल जेल में रहते हुए अमन साहू अपने काले सम्राज्य को बनाए रखने के लिए सेंट्रल जेल में मोबाइल इस्तेमाल करना चाहता था. इस पर जब जेल सुपरिटेंडेंट ने मना किया था तो अमन साव ने मोबाइल के अलावा अन्य माध्यमों से सुपरिटेंडेट को धमकी दी थी. जिसके बाद सुपरिटेंडेट ने इस संबंध में पलामू के एसपी चंदन कुमार जो इस वक्त रांची एसपी है उनसे शिकायत की थी.
मेदिनीनगर सेंट्रल जेल के पूर्व जेलर पर करवा चुका है हमला
बताते चले कि अपराधी अमन साहू ने गिरिडीह जेल में रहने के दौरान वहां के जेलर और मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में रहे तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर हमला करवाया था. जेल से कोर्ट जाने के दौरान उन पर तीन गोली चलाई गई थी. हालांकि इस घटना में जेलर प्रमोद कुमार बाल-बाल बचे थे. इस घटना के बाद अमन साहू को गिरिडीह जेल से सिमडेगा जेल भेजने का निर्णय लिया गया था. इसके बाद उसे पलामू जेल भेजा गया था जहां उसने वापस पलामू सेंट्रेल जेल के सुपरिटेंडेट को धमकी दे डाली थी. उसके बाद से उसे एक जेल से दूसरे जेल शिफ्ट किया जा रहा है. फिलहाल अमन साव चाईबासा जेल में बंद है.
50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज
कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पर 50 से ज्यादा आपराधिक मामले पलामू के अलावा राज्य के विभिन्न थानों में दर्ज है. हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट से संबंधित मामले हैं. इसके अलावा पंश्चिम बंगाल के थाना में कोयला व्यवसायी से रंगदारी मांगने का मामला दर्ज है. कोयलांचल का यह डॉन जेल के अंदर से भी अपने गैंग को चला रहा है.