टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- सोमवार को नीतीश सराकर की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा फ्लोर टेस्ट की है. इस इम्तहान को पास करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश ताकत के साथ-साथ जुगत लगाये हुए हैं. चुनौतियां तो उनकी राहों में बनीं हुई है. लेकिन, संभावनाएं और उम्मीदों का दामन नहीं छोड़ा. इसी कवायद में नीतीश कुमार ने बंपर वकैंसी निकाल दी है. नौकारियों निकलन से लोग भी खुशी है. इससे इंकार नहीं किया जा सकता.
30 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियों की मंजूरी
दरअसल, विधानमंडल में विश्वास मत प्राप्त करने से पहले शनिवार को नीतीश कुमार सरकार ने 30 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियों की मंजूरी दे दी है. इसके सात ही वित्त विभाग की प्रशासी पदवर्ग समिति की 30547 पदों के सृजन पर मुहर भी लग गई. उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने इसकी जानकारी दी है.
एक्स पर उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री नीतीश के निर्देशानुसार इन पदों का सृजन किया गया है. इनमें सबसे अधिक 25386 पद शिक्षा विभाग से संबंधित हैं. इसके अंतर्गत पहली से पांचवीं कक्षा विद्यालय के शिक्षक के 11039 पद, छठी से आठवीं कक्षा विद्यालय के शिक्षक के 5957 पद, नौंवी-10वीं विद्यालय अध्यापक के 4316 पद और 11वीं-12वीं के 4074 पद सम्मिलित हैं
तकनीकी शिक्षा विभाग में भी निकली वैकेंसी
इसके अलावा, विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में 2338 पद, पीएचईडी में 1114 पद एवं श्रम संसाधन विभाग में 737 पदों के सृजन की मंजूरी दी है।
विज्ञान प्रावैधिकी में अनुदेशक, वरीय अनुदेशक, प्रधान अनुदेशक, प्रयोगशाला सहायक, वरीय प्रयोगशाला सहायक एवं प्रधान प्रयोगशाला सहायक के पदों का सृजन किया गया है। पीएचइडी में कार्य निरीक्षक के सभी 1114 पद हैं. गृह विभाग में अभियंताओं के 32, अग्निशमन, लिपिक व परिचारी के 92 तथा डीएसपी से लेकर हवलदार के 209 पदों का सृजन किया गया है.
इनके अलावा कृषि विभाग में माप तौल के सहायक से लेकर नियंत्रक के 63, एससी-एसटी कल्याण विभाग में कल्याण व अनुश्रवण पदाधिकारी के 47, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण में निबंधक के 20, पंचायती राज विभाग में मुख्य योजना पदाधिकारी से लेकर लिपिक व अभियंताओं के 349 पद, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग में 18 तथा पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण में छात्रावास प्रबंधक के 91 पदों के सृजन की मंजूरी दी गई है