टीएनपी डेस्क(TNP DESK): जम्मू-कश्मीर के राजौरी में फिर से आतंकियों ने हमला किया है. इसमें पांच से ज्यादा नागरिकों के मारे जाने की खबर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इस हमले की जांच NIA करेगी. जल्द ही NIA की टीम राजौरी के लिए रवाना होगी. सूत्रों ने कहा कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के ऊपरी डांगरी गांव का दौरा करने की संभावना है. उच्च पदस्थ सूत्रों ने संकेत दिया कि एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम आज या कल किसी भी समय घटनास्थल का दौरा कर सकती है.
सोमवार सुबह आईईडी ब्लास्ट में गई एक बच्चे की जान
पुलिस ने कहा कि ताजा आतंकी हमले में राजौरी के ऊपरी डांगरी गांव में सोमवार सुबह संदिग्ध इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) विस्फोट के बाद एक बच्चे की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. एडीजीपी मुकेश सिंह ने लोगों को सतर्क किया क्योंकि राजौरी शहर से लगभग आठ किलोमीटर दूर ऊपरी धनगरी गांव के पास एक और संदिग्ध आईईडी देखा गया था. अधिकारियों ने बताया कि धमाका उस घर के पास हुआ जहां रविवार शाम को हुई गोलीबारी की घटना में चार नागरिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक सुरक्षा बलों को इलाके में दो आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली है, इसके बाद से ही तलाशी अभियान जारी है.
2022 में आतंकी हमले में गई 29 लोगों की जान
इससे पहले 16 दिसंबर को राजौरी में सेना के एक कैंप के बाहर दो नागरिकों की हत्या कर दी गई थी. बीते साल घाटी में आतंकवादी हमलों में कुल 29 नागरिकों की जान गई. विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार अधिकांश मृतकों में जमीनी प्रतिनिधि (पंच और सरपंच), राजनेता और गैर-स्थानीय मजदूर शामिल हैं. इसके साथ ही सुरक्षा बलों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि कुल 26 सुरक्षाकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी. हालांकि स्थानीय लोगों की आतंकवादी रैंकों में भर्ती पिछले वर्षों की तुलना में गिरावट देखी गई है. इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने वर्ष 2022 को क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियानों में बेहद सफल वर्ष बताया है. पुलिस के अनुसार, कश्मीर घाटी में 90 से अधिक अभियानों में 172 आतंकवादी मारे गए हैं. मारे गए लोगों में 42 विदेशी आतंकवादी थे, जिनमें ज्यादातर पाकिस्तान के थे.