मोतीहारी(MOTIHARI): पूर्वी चम्पारण का चकिया देशविरोधी ताकतों का शरणस्थली बनाता जा रहा है. हिंदुओं के आस्था और देश की समृद्धि का प्रतीक बने अयोध्या के निर्माणाधीन श्रीराम मंदिर को उड़ाने की साजिश का चकिया के कुँअवा गाँव में रचने का खुलासा हुआ है. बीती रात पटना NIA की टीम ने कुँअवा गांव में सघन छापामारी कर तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने के लिये पटना ले गयी है. गत 31 जनवरी को नेपाल के जनकपुर धाम के गंडक नदी से चली शालिग्राम पत्थर को पूर्वी चम्पारण के रास्ते अयोध्या ले जाया गया. पूर्वी चम्पारण के चकिया होकर शालिग्राम के गुजरते समय सोशल मीडिया फेसबुक पर वीडियो कॉल कर बदला लेने का वीडियो सामने आया था. जिसमें अयोध्या में बाबरी मस्जिद नहीं तो श्रीराम मंदिर भी नहीं होने की बात कहते हुए श्रीराम मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गयी थी. जिसपर बीती रात NIA पटना की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग छापामारी की है.
प्रतिबंधित संगठन PFI के रियाज़ के घर भी छापेमारी
जानकारी के अनुसार हिरासत में लिए गए लोगों में PFI का सरगना रेयाज मारूफ भी शामिल है. जो पिछले दिनों पटना के फुलवारी शरीफ में PFI के ट्रेनिंग सेन्टर चलाने के खुलासा में रेयाज मारूफ का नाम आया था जिसके बाद NIA की पटना लखनऊ और दिल्ली की टीम ने चकिया के कुँअवा गांव में छापामारी की थी लेकिन रेयाज मारूफ हत्थे नहीं आया था. बीती रात हुई छापामारी में सरगना रेयाज मारूफ के हिरासत में भी लेने की सूचना है. लेकिन कौन कौन इस कार्रवाई में हिरासत में लिया गया है इसकी पुष्टि होने के बाद ही स्पष्ट को पायेगा. बहरहाल चकिया और मेहसी थाना क्षेत्र के गांवों छापामारी होने की जानकारी मिल रही है.वहीं प्रतिबंधित संगठन PFI के रियाज़ के घर भी छापेमारी की बात सामने आ रही है.
एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने दी जानकारी
वहीं एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने इस बात की जानकारी दी है कि मोतिहारी पुलिस की सक्रिय मदद से एनआईए ने आज सुबह चकिया अनुमंडल क्षेत्र से पीएफआई के 3 संदिग्धों को उठाया है और बिहार पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा संयुक्त पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.