टीएनपी डेस्क: नए साल के शुरू होने में मात्र 4 दिन बचे हैं. ऐसे में हर जगह न्यू ईयर की पार्टी होगी. इस पार्टी के लिए कई जगहों से सोशल मीडिया पर इनविटेशन भेजे जाएंगे तो कई लोग इससे जुड़े लिंक भी शेयर करेंगे. नए साल की पार्टी के लिए आपको भी सोशल मीडिया पर इस तरह के लिंक या इनविटेशन तो जरूर मिले ही होंगे. या फिर इस तरह की पार्टी के विज्ञापन आपने अपने सोशल मीडिया पर जरूर देखा होगा. अब मान लीजिए कि आप पार्टी के बारे में डिटेल्स में जानने के लिए इस तरह के लिंक पर क्लिक करते हैं. क्लिक करने के बाद आपसे आपका नंबर या ईमेल आईडी मांगा जाए और आप उसे दे भी देते हैं. लेकिन इसके बाद आपको एक मैसेज आए जिसमें पार्टी की डिटेल्स की जगह ये लिखा हो कि आपके बैंक अकाउंट से सारे पैसे कट चुके हैं और पार्टी के नाम पर आप ठगी का शिकार हो गए हैं.
सोशल मीडिया साइबर अपराधियों के लिए एक बड़ा प्लेटफ़ॉर्म
जी हां, साइबर ठगी के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं. ठग लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीके आजमा रहे हैं. ऐसे में लोगों को ठगने के लिए सोशल मीडिया साइबर अपराधियों के लिए एक बड़ा प्लेटफ़ॉर्म है. नकली नौकरी के पोस्ट से लेकर किसी सरकारी योजना या फिर अन्य कई तरीकों के पोस्ट और लिंक के जाल के जरिए साइबर अपराधी लोगों को ठग रहे हैं. वहीं, किसी भी त्योहार के समय में इन साइबर अपराधियों का सबसे बड़ा हथकंडा फर्जी संदेश है. साइबर अपराधी अनजान नंबरों से लोगों को फर्जी शुभकामना संदेश भेजते हैं. ऐसे में जैसे ही कोई भी उस लिंक पर क्लिक करता है उसका फोन ठग हैक कर लेते हैं और सारी जानकारी निकाल कर उनके बैंक अकाउंट से सारे पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते हैं.
नए साल के नाम पर भेज रहे फर्जी लिंक
ऐसे में नया साल शुरू होने वाला है और इसके साथ साइबर अपराधी भी अपने नए पैंतरों के साथ तैयार हैं. लोगों को निशाना बनाने के लिए ठग नए साल की पार्टी का फर्जी लिंक लोगों को भेज रहे हैं. साथ ही नए साल की शुभकामना के लिए नकली लिंक का इस्तेमाल कर लोगों को भेज रहे हैं. ऐसे में इस फर्जी लिंक पर क्लिक करते ही लोगों से उसके फोन नंबर या अन्य जानकारी मांगी जा रही है. जानकारी देते ही साइबर ठग उनका फोन हैक कर ले रहे हैं और सारे जरूरी एप्पस का एक्सेस उनके पास चल जाता है. ऐसे में साइबर ठग उनके फोन से सारी जानकारी चुरा कर उनके बैंक अकाउंट में सेंधमारी करते हैं.
एप्प के रूप में भी भेज रहे मैसेज
कई मामलों में तो साइबर ठग द्वारा नए साल के संदेश को लेकर एक एप्प के फॉर्मेट में भी लोगों को मैसेज भेजा जा रहा है. जिसमें क्लिक करते ही फोन में एक एप्प डाउनलोड हो जाता है और उसके जरिए भी साइबर ठगों के पास लोगों के फोन का सारा एक्सेस चला जाता है और फिर ठग लोगों के बैंक अकाउंट से पैसे निकाल अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर रहे हैं.
साइबर क्राइम ब्रांच ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील
इन्हीं मामलों को देखते हुए साइबर क्राइम ब्रांच ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. साइबर क्राइम ब्रांच ने लोगों को नए साल में इस तरह के मैसेज व लिंक से बच कर रहने को कहा है. साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने लोगों को चेताया है कि व किसी भी अनजान लिंक पर बिना सोचे-समझे क्लिक न करें. किसी भी तरह के पार्टी इनविटेशन पर भी क्लिक करने से बचे. अक्सर साइबर ठग इन मौकों की तलाश में रहते हैं ऐसे में वे गिफ्ट या बधाई संदेश के नाम पर भी लोगों को मैसेज करते हैं और उन्हें ठगी का शिकार बनाते हैं.
इन तरीकों से रहे सावधान
- फोन पर मैसेज में अनजान नंबर से आए किसी तरह के लिंक पर क्लिक न करें.
- किसी भी तरीके के लुभावन मैसेज पर भरोसा न करें.
- नए साल की पार्टी हो या फिर शुभकामना संदेश अनजान नंबर से आए तो उस पर क्लिक करने से बचें.
- कई बार साइबर ठग कॉल कर भी कई तरह के लुभावन ऑफर देते हैं और आपसे ओटीपी मांगते हैं. ऐसे में इस तरह के कॉल से बचें. जितना हो सके अनजान नंबर से आए कॉल को न उठायें.
- किसी के साथ कॉल या मैसेज में ओटीपी न बताएं.
- कॉल कर अगर कोई पुलिस या अधिकारी बता कर आपसे बात करे तो इस तरह के कॉल की शिकायत तुरंत कराएं.
यहां करें शिकायत
अगर आप साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं तो तुरंत साइबर हेल्प लाइन नंबर 1930 में कॉल कर इसकी जानकारी दें. आप नजदीकी साइबर क्राइम ब्रांच में जा कर भी इसकी शिकायत करवा सकते हैं और तो और ऑनलाइन राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत भी कर सकते हैं.