गढ़वा(GARHWA): गढ़वा जिले के खरौन्धि प्रखंड का हुसरु गांव इन दिनों मीडिया में छाया हुआ है. वजह है नीलम नाम की लड़की का खुद को नागिन बनने का दावा करना. आखिर क्या है इसके पीछे की कहानी. क्या वाकई में नीलम नागिन बन गई है, पढिए इस रिपोर्ट में.
72 दिनों से नागिन के रूप में ही कर रही है भगवान शिव की पूजा
बता दें कि, खरौन्धि प्रखंड के करिवाडीह पंचायत के हुसरु गांव में तीन सौ आबादी का उरांव जाति का बस्ती है. आज यह गांव चर्चा का विषय बना हुआ है. क्योंकि इस गांव की एक नीलम नाम की लड़की अचानक मंदिर से गायब हो जाती है और 72 दिनों के बाद यूपी के रानीडीह के एक गुफा में नागिन होने का दावा करते हुए बरामद होती है. वहीं, इस गुफा में एक शिवलिंग है जहां नागों का बसेरा भी है. नागिन होने का दावा कर रही नीलम से जब कुछ पुछा गया तो जवाब में नीलम ने बताया कि नागिन बनने के बाद उसे कुछ याद नहीं है. इन 72 दिनों में वह प्रतिदिन नागिन के रूप में गुफा से निकलती थी और बेलपत्र लेकर फिर भगवान शिव की पूजा करती थी और उसे यह आदेश खुद शेषनाग दिया करते थे.
नीलम को शेषनाग देते हैं आदेश
बता दें कि, नीलम बचपन से ही पूजा पाठ करती आ रही है. महज दस वर्ष के उम्र से ही वह माता की उपाशक है और वह ज्यादातर समय अपना मंदिर में ही बिताती है. वहीं, नागिन बनने की बात पर नीलम ने खुलाशा किया कि तीन वर्ष पहले एक नाग-नागिन का जोड़ा मेरे मंदिर में आया करते थे और मेरे चढ़ाए हुए फूल को खाते थे. मैंने इस बात की जानकारी जब अपने घर वालों को दी. जिसके बाद एक दिन नाग-नागिन का जोड़ा मेरे घर आए तो मेरे पिता ने नागिन को मार दिया और तभी से मेरे साथ यह घटना घटने लगी. उसके बाद से ही नाग मेरे घर पर आकर मेरे शरीर से लिपट जाता है और कहता है कि तुम्हें मेरे साथ चलना है. हालांकि, अभी मैं ठीक हूं, अभी मैं नीलम हूं. लेकिन पता नहीं कभी कभी मैं होश में नहीं रहती हूं, कुछ खाना भी नहीं खाती. सिर्फ दूध, पानी और फल पर हूं. मेरी नाक में जो सोने का लोलो और सर्प आकार का बेरा है वही शेषनाग ने दिया है, मैं यह खरीद कर नहीं लाई हूं.
नीलम का गुफा में होने का गांव की एक महिला को आया था सपना
वहीं, पिता ने इस विषय को लेकर बताया कि नीलम शुरू से ही पूजा पाठ में रहती है. हमें लगा कि इसकी तबियत ख़राब है. नीलम को फिर कई डॉक्टर से भी दिखाया, लाखों रुपए खर्च किए, लेकिन कुछ भी बीमारी नहीं निकली, तब मुझे लगा की नीलम जो बोल रही है वही सच्चाई है. नीलम के गायब होने पर हमने इसकी सूचना थाना में दी थी. लेकिन आखिर मेरा जो अंदेशा था वही हुआ. वह गुफा से ही मिली. इससे पहले कई बार भी खोजने के लिए गुफा में हमलोग गए. लेकिन किसी ने कुछ नहीं बताया. बाद में गांव की एक महिला को स्वप्न आया और जाकर देखा तो मेरी बेटी सच में नागिन की अवस्था में थी. नीलम का आधा शरीर मानव और आधा शरीर छिपा हुआ था, उसके पैर नहीं थे. ज़ब मैं नीलम के पास गया तो उसने कहा की अगर मुझे वापस प्राप्त करना है तो अखंड कीर्तन करें. यही बात नीलम की मां, भाई और अन्य ग्रामीणों ने भी बोला. खैर मामला जो भी हो नीलम की नागिन बनने की कहानी पुरे इलाके मे फैलने के बाद नीलम अभी सनसनी बनी हुई है लोग दर्शन और पूजा करने के लिए नीलम के घर पहुंच रहे हैं.