पटना(PATNA)- अब तक एनडीए गठबंधन का हिस्सा माना जाता रहा है मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी ने 2024 के महामुकाबले में इंडिया गठबंधन के साथ जाने के संकेत दिये हैं. वीआईपी प्रवक्ता देव ज्योति ने इस बात दावा किया है कि वीआईपी के दरवाजे कभी महागठबंधन के लिए कभी बंद नहीं हुए हैं. हम जब चाहेंगे, इस महागठबंधन का हिस्सा बन जायेंगे.
वीआईपी को खत्म करने के लिए भाजपा ने किया घिनौना साजिश
इसके साथ ही ज्योति देव ने भाजपा पर संविधान को बदलने की साजिश करने का भी आरोप लगाया. ज्योति देव ने कहा कि हमारी पार्टी के विधायकों को खरीद कर भाजपा इस गुमान में थी कि वीआईपी बर्बाद जा जायेगी, हमारा अस्तित्व मिट जायेगा, लेकिन हुआ उल्टा, चुनाव दर चुनाव वीआईपी और भी मजबूत होती गयी, भाजपा के उस घिनौनी चाल के बाद लोग और तेजी से हमसे जूटते गयें. आज हमारा 17 फीसदी मतों पर पकड़ है. अति पिछड़े, दलित और दूसरे वंचित जातियों का विश्वास लगातार वीआईपी में बढ़ता जा रहा है. इसके मुकाबले भाजपा अपनी स्थिति को देख ले, आज भाजपा की हालत यह है कि मुकेश सहनी की काट में हरि सहनी को सामने लाना पड़ा रहा है. यही हमारी कामयाबी है, हम हरि सहनी को इस बात की बधाई देते है कि कम से कम 75 वर्षों की आजादी के बाद किसी पार्टी को सहनी मतदाताओं की याद आयी और वह भाजपा जो हमारे विधायकों को खरीद कर पार्टी तोड़ने का सपना पाल रही थी, आज घूटनों के बल आ गयी, वह एक सहनी को विधान सभा में विरोधी दल का नेता बनाने को मजबूर हो गयी, यही हमारी कामयाबी है, हमारी सफलता है, और अभी तो यह शुरुआत है, 2024 के पहले भाजपा को और भी समझौते करने को मजबूर होने पड़ेंगे.
मुकेश सहनी को सीएम फेस बनाना चाहती थी भाजपा
यहां याद दिला दें कि अभी कुछ दिन पहले ही मुकेश सहनी ने यह दावा किया था कि भाजपा उन्हे सीएम पद का चेहरा बनाने को तैयार थी, लेकिन इसके बदले अपनी पार्टी को भाजपा में विलय करने की शर्त लगायी थी, लेकिन हमने स्वर्ग में चाकरी करने के बजाय नरक का मालिक बनना कबूल किया. यह पार्टी मुकेश सहनी की नहीं है, यह अतिपिछड़ें, दलित और अल्पसंख्यकों की पार्टी है. हम अपने राजनीतिक महात्वाकांक्षा में उनके सपनों का कत्ल नहीं कर सकतें.