टीएनपी डेस्क(TNP DESK): चक्रवाती है तूफ़ान मोखा ने बांग्लादेश में भारी तबाही मचाई है. बांग्लादेश के दक्षिण पूर्वी हिस्से में तूफान ने कहर पर पाया है. 10,000 घर बर्बाद हो गए हैं. कॉक्स बाजार में भारी बारिश की वजह से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. अब यह तूफान आगे बढ़ गया है. आईएमडी के अनुसार इस तूफान ने बांग्लादेश और म्यांमार को विभाजित करने वाली नाफ नदी के समीप जनजीवन पर बड़ा असर डाला है. कॉक्स बाजार जिले में 10 लाख से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं. मौसम विभाग के अनुसार लगभग 835 किलोमीटर की रफ्तार से आए तूफान की वजह से समुद्र में 12 फीट ऊंची लहरें उठीं. निचले इलाके में से पानी भर गया है.
पिछले 20 साल में यह सबसे बड़ा और भयंकर तूफान
इस चक्रवाती तूफान की वजह से फेनी, नोआखली, लक्ष्मणपुर, चांदपुर और भोला के निचले इलाकों में पानी भर आया है. मौसम विभाग के अनुसार पिछले 20 साल में यह सबसे बड़ा और भयंकर तूफान था. तूफान की आशंका के मद्देनजर बांग्लादेश सरकार ने आपदा प्रबंधन की विशेष इंतजाम किए थे. लेकिन तूफान की वजह से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. पेयजल आपूर्ति व्यवस्था पर भी असर पड़ा है. कुछ लोगों के मरने की भी सूचना है. तूफान के मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंसी और स्थानीय प्रशासन की मदद से सूखा खाद्य भोजन का इंतजाम किया गया था. फिलहाल यह तूफान बांग्लादेश को पार करते हुए म्यांमार पहुंच गया है. यहां यह धीरे-धीरे कमजोर पड़ता जा रहा है. इस तूफान के मद्देनजर पोर्ट ब्लेयर और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में सरकार के द्वारा एहतियातन इंतजाम किए गए थे.