टीएनपी डेस्क: साल 2024 खत्म होने को है. इस साल भारत देश ने कई अचीवमेंट अपने नाम किया जिससे इसने देश और दुनिया में अपनी कामयाबी का डंका बजाया. अलग-अलग क्षेत्र में भी कई विकास हुए. कुछ अच्छी तो कुछ बुरी घटनाएं भी इस साल हुई. लेकिन अगर हम साल के कुछ बीड़ी अचीवमें पर नजर डालें तो इस साल 2024 में देश की बेटियों ने भी इतिहास रचा. चाहे वह स्पोर्ट्स हो चाहे इंटरटेनमेंट हो चाहे कोई और फील्ड सभी में बेटियों ने अपना परचम लहराया. आज हम इस आर्टिकल में देश की उन पांच बेटियों के बारे में बताएंगे जिसने साल 2024 में इतिहास रचा है.
मनु भाकर
पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 में भारत ने अपना जज्बा दिखाया और कई मेडल अपने नाम किया. देश की आजादी के बाद मनु भाकर पहली ऐसी खिलाड़ी बनी जिन्होंने एक ही एडिशन में दो मेडल अपने नाम किया. शूटर मनु भाकर भारत की नई स्पोर्ट्स स्टार बन गयीं. इस युवा शूटर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में एक नहीं दो मेडल जीतकर अपना नाम इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज कर लिया. मनु एक ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं. मनु की इस उपलब्धि के बाद इस साल वह काफ़ी चर्चे में रहीं. मनु की इस ऐतिहासिक जीत पर पूरे देश ने उसे शाबाशी और बधाई दी.
नैंसी त्यागी
अगर हम बॉलीवुड इंडस्ट्री की बात करें तो यूपी के बागपत भदौर के एक छोटे से शहर की रहने वाली इनफ्लुएंसर नैंसी त्यागी ने इस साल पूरी दुनिया में अपना जलवा बिखेरा. नैंसी ने कांस फिल्म फेस्टिवल 2024 में डेब्यू कर खूब नाम कमाया. कान्स फिल्म फेस्टिवल में डेब्यू करने के बाद से ही हर किसी की जुबान पर 23 साल की इस हसीना की चर्चा होने लगे. नैंसी ने हमेशा की तरह ही इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करके दिखाया कि कैसे वह बाजार से कपड़ा खरीद कर लाती थी और फिर उन्होंने किस तरह से आउटफिट को डिजाइन किया. रेड कार्पेट पर अपनी हाथ की बनाई ड्रेस का जलवा दिखाया. बॉलीवुड जगत के कई सितारों ने भी नैंसी के ड्रेस की खूब तारीफ की. अब पूरे देश दुनिया में लोग नैंसी को उसके फैशन डिजाइनिंग के लिए जानते हैं
अवनी लेखरा
साल 2024 में पेरिस ओलंपिक गेम्स में भारतीय राइफल शूटर अवनी लेखरा ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. पेरिस ओलंपिक गेम्स 2024 में अवनी ने 10 मीटर एयर पिस्टल में दो मेडल जीते. इसमें अवनी ने एक ब्रांच मेडल भी अपने नाम किया. वे पहली ऐसी पैरा ओलंपिक महिला खिलाड़ी है जिन्होंने एक ही इवेंट में अपने नाम दो मेडल किए. अवनी की इस जीत के बाद पूरे देश ने उन्हें बधाई दी और उन पर गर्व महसूस किया.
मोहना सिंह
भारतीय वायुसेना की स्क्वाड लीडर मोहना सिंह ने स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया. मोहाना सिंह लड़ाकू स्क्वाड्रन का हिस्सा बनने वाली भारत की पहली महिला पायलट बनी. हालांकि इससे पहले भी मोहाना ने बड़ा कमाल किया था. साल 2024 में यह भी एक बड़ी उपलब्धि में शामिल हुई.
साधना सक्सेना
वही साल 2024 में भारत की एक और बेटी ने इतिहास रचा. लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर चिकित्सा सेवा महानिदेशक नियुक्त होने वाली पहली महिला बनी. वह जनरल हॉस्पिटल सर्विसेज के डायरेक्टर के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला थी और साथ ही वेस्टर्न एयर कमांड प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर बनने वाली भी पहली महिला है. साधना के पास पारिवारिक चिकित्सा में ग्रेजुएशन की डिग्री. मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन में डिप्लोमा की डिग्री है. इसके साथ ही उन्होंने AIMS दिल्ली में चिकित्सा सूचना विज्ञान में 2 साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी पूरा किया है. उन्हें इजराइल रक्षा बलों के साथ रासायनिक जैविक रेडियोलॉजिकल और परमाणु युद्ध और स्पीच में स्विस सशस्त्र बलों के साथ सैन्य चिकित्सा नैतिकता में प्रशिक्षित किया गया था. वह पश्चिमी वायु कमान और भारतीय वायु सेवा के प्रशिक्षण का मन की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी है.