टीएनपी डेस्क(TNP DESK): दिल्ली राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने शुक्रवार को दिल्ली नगर निगम चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी. एसईसी द्वारा घोषित कार्यक्रम के अनुसार, दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए मतदान 4 दिसंबर को होगा. वहीं, नतीजे 7 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. इसके अलावा अधिसूचना जारी करने की तारीख 7 नवंबर होगी जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 19 नवंबर है.
बता दें कि एसईसी ने कहा कि उसने परिसीमन प्रक्रिया पूरी कर ली है और मतदान केंद्रों को फिर से तैयार कर लिया गया है. अब परिसीमन के बाद दिल्ली नगर निगम में 250 वार्ड हो जाएंगे. बत दें कि इससे पहले, तीन दिल्ली एमसीडी के एकीकरण से पहले, राष्ट्रीय राजधानी में 272 वार्ड थे.
वहीं, दिल्ली राज्य चुनाव आयुक्त विजय देव ने कहा कि "दिल्ली नगर निगम के पास 68 निर्वाचन क्षेत्रों में अधिकार क्षेत्र है. 42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. " देव ने कहा कि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 42 सीटों में से 21 अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी. उन्होंने कहा कि कुल 250 वार्डों में से 104 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रखी गई हैं.
पहले 272 सीटें थीं
इससे पहले दिल्ली नगर निगम में 272 सीटें थीं. पहले उत्तरी और दक्षिण नगर निगम 104-104 पार्षद सीटें थीं, जबकि पूर्वी दिल्ली में 64 सीटें हुआ करती थीं, लेकिन एकीकरण और परिसीमन के बाद 250 सीटें हैं. दिल्ली के 21 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक वार्ड कम किए गए हैं तो एक विधानसभा में सीट बढ़ी भी है. इस तरह दिल्ली में 250 वार्डों में पार्षद के चुनाव होंगे.
डेढ़ करोड़ मतदाता
एमसीडी चुनाव में फिलहाल 1.49 करोड़ मतदाता है. दिल्ली के सभी मतदान केंद्रों की सूची को छह नवंबर तक तैयार करने का काम पूरा हो जाएगा. पोलिंग बूथवार मतदाताओं की सूची जारी की जाएगी. राज्य चुनाव आयोग दिल्ली विधानसभाओं के हिसाब से तैयार मतदाता सूची का ही इस्तेमाल आगामी निगम चुनाव में करेगा. ऐसे में 1500 मतदाताओं पर एक पोलिंग बूथ बनाए जा सकते हैं.
पार्षद चुनेंगे दिल्ली का मेयर
दिल्ली नगर निगम चुनाव में सीधे मेयर का चुनाव नहीं किया जाता बल्कि पार्षद के जरिए होता है. दिल्ली में 250 पार्षद के लिए चुनाव होंगे. ऐसे में जिस पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद जीतकर आएंगे, उस पार्टी का मेयर होगा. पार्षदों के जरिए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव किया जाता है. पांच साल में हर एक साल पर मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन का चुनाव किया जाता है.