टीएनपी डेस्क (TNP DESK)- आदिवासी महिलाओं के नग्न परेड पर पूरे देश में मचे कोहराम के बीच मणिपुर से आयी एक खबर बेहद चौंकाने वाली है, खबर यह है कि स्थानीय महिलाओं ने हिम्मत दिखलाते हुए एक आरोपी को घर को ध्वस्त कर दिया है, इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर आने के साथ ही यह तेजी से वायरल होने लगा है, और इस बात का विश्वास जताया जाने लगा है कि अब स्थानीय लोग भी आरोपी का साथ छोड़ रहे हैं. आरोपियों को हिकारत भरी नजरों से देखा जा रहा है.
देश में गुस्से से पीड़ित पक्ष को मिली ताकत
दावा किया जा रहा है कि इस घटना को सामने आने के बाद जिस तरह पूरे देश में गुस्सा है, विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहा है, संसद में सवाल पूछे जा रहे हैं, साथ ही देश की सर्वोच्च अदालत सरकार से जवाब तलब कर रही है, मणिपुर सरकार भूमिका पर सवाल उठाये जा रहे हैं, राष्ट्रीय मीडिया में इन खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया जा रहा है, उससे पीड़ित पक्ष का हौसला काफी हद तक बुलंद हुआ है. उन्हे इस बात का विश्वास हुआ है कि इस विषम परिस्थिति में पूरा देश उनके साथ खड़ा है और यही ताकत उन्हे हौसला प्रदान कर रही है. जिसका नतीजा अब आरोपी का घर ध्वस्त किये जाने के रुप में सामने आ रहा है.
चार आरोपी गिरफ्तार
घटना के करीबन 77 दिन के बाद मणिपुर पुलिस हरकत में आयी है, और उसने घटना से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि अन्य की तलाश जारी है, इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते कहा है कि आदिवासी बेटियों का नग्न परेड आपकी पोल खोलती है, बेटी बचाओ के नारे की असलीयत सामने लाती है, अब कहां है आपका नारा. क्या मणिपुर की घटना से आपको दुख नहीं हुआ. क्या इसी प्रकार देश में दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यकों की बेटियां जलायी जाती रहेगी.