रांची(RANCHI): लॉरेंस बिश्नोई झारखंड में अपना आतंक फैलाना चाहता है. झारखंड में हर ओर दहशत देखना चाहता है. तभी तो झारखंड का कुख्यात डॉन अमन साहू को हाईटेक हथियारों की सप्लाई कर रहा है. जिससे अमन के गुर्गे झारखंड के हर इलाके में उत्पाद मचा सके. कहीं हमला करें तो एक बड़ी चोट दे सके. फिलहाल अमन साहू गिरिडीह के जेल में बंद है. वहीं लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के जेल में, लेकिन दोनों की मंशा आतंक फैलाना है. अब लोरेंस के द्वारा अमन को हथियार देने के मामले में एटीएस ने जांच शुरू कर दिया.
लॉरेंस और अमन का गैंग एक इशारे पर मरने-मारने को तैयार
जिस तरह से पंजाब के सिंगर सिद्धू मुसेवाला वाला को मौत के घाट उतारने और सलमान खान पर हमले की साजिश रची गई. कुछ ऐसा ही झारखंड में भी होता लॉरेंस देखना चाहता है. इसके लिए उसे कोई मजबूत अपराधी की जरूरत थी. झारखंड में अमन गैंग सक्रिय है, यही कारण है कि लॉरेंस ने अमन के साथ गठजोड़ किया है. अमन के गुर्गे इसके इशारे पर वारदात को अंजाम देते हैं. झारखंड में अमन का गुर्गा अपने आका की बात मानता है,और अगर झारखंड से बाहर किसी वारदात को अंजाम देना है, तो लॉरेंस के एक ही इशारे पर मरने और मारने को उतारू होते हैं.
अमन के चार गुर्गों की गिरफ़्तारी से हुआ खुलासा
इसका खुलासा शनिवार को एटीएस एसपी ने किया है. दरअसल अमन साहू गैंग के 4 अपराधियों को एटीएस ने गिरफ्तार किया. जिनसे पूछताछ में जानकारी मिली कि हाईटेक हथियार की सप्लाई लॉरेंस गैंग कर रहा है. हथियार के बदले लॉरेंस के लिए अमन के शूटर वारदात को अंजाम देते हैं. इस खुलासे के बाद झारखंड ATS भी टेंशन में है. इतने बड़े कुख्यात डॉन की नजर अब झारखंड पर पड़ गई.
पंजाब जा सकती है ATS
हथियार के कनेक्शन की कड़ी को जोड़ने के लिए झारखंड एटीएस पंजाबी भी जा सकती है. पंजाब पुलिस के सहयोग से हथियार सप्लाई करने वाले लॉरेंस के गुंडो तक पहुंचने की कोशिश होगी. जिससे जांच की कड़ी आगे बढ़ाया जा सके. आखिर लॉरेंस की मंशा क्या है कि वह झारखंड में हथियार की सप्लाई कर रहा है? इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश होगी.
हथियार के बदले पैसा नहीं लेता लॉरेंस
शुरुआती जानकारी में एटीएस को पता चला है कि लॉरेंस गैंग अमन साहू को हथियार देता है. जिससे वह झारखंड में आतंक कायम रख सके. इसके बदले अमन लॉरेंस को पैसा नहीं देता बल्कि अपने बंदों से लॉरेंस के काम को करवाता है. लॉरेंस की ओर से किसी बड़े शहर में किसी को निशाना बनाने का इशारा किया जाता है. जिसके पास अमन गैंग के शूटर उसे पूरा करते हैं.
दोनों का एक ही मकसद
अमन और लॉरेंस का एक ही मकसद है. हर तरफ उनकी दहशत बनी रहे. दोनों यंग है लेकिन दिमाग में अपराध का नया-नया तरीका भरा हुआ है. एक पंजाब के जेल से गैंग का संचालन कर रहा है.तो दूसरा झारखंड के गिरिडीह से पूरे झारखंड में अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है. अब सवाल पुलिस प्रशासन पर भी खड़ा होता है कि आखिर जेल से इतने बड़े गैंग का संचालन कैसे किया जा रहा है. जेल के अंदर फोन का इस्तेमाल कैसे होता है. जिससे जेल में बंद अमन और लॉरेंस अपने गैंग के सदस्यों को जानकारी देता है.