पटना(PATNA)- लालू यादव की तीन बेटियों, तेजस्वी यादव और करीबियों पर ईडी की छापेमारी के बाद विपक्ष पूरी तरह से हमलावर है, राजद के पूर्व एमएलए अबू दुजान ने तो यहां तक कह दिया है कि भाजपा मुझे पार्टी में शामिल करवाना चाहती थी, लेकिन मैंने इंकार कर दिया, उसके बाद मेरे आवास पर छापेमारी कर दी गयी, यह कोई भ्रष्टाचार का मामला नहीं होकर पूरी तरह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है.
घटिया स्तर पर की जा रही है राजनीति
वहीं लालू यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि हमने आपात्तकाल का दौर भी देखा है, लड़ाई भी लड़ी है, प्रतिशोधात्मक मामलों में मेरी बेटियों, नन्हे-मुन्ने नातियों और गर्भवती बहू को 15-15 घंटों से बैठाकर कर रखा गया है. क्या अब भाजपा इतने निम्नस्तर पर उतर कर लड़ाई लड़ेगी.
चलती रहेगी यह लड़ाई
उन्होंने आगे लिखा है कि संघ और भाजपा के खिलाफ मेरी लड़ाई चलती रहेगी, हमने कभी हार नहीं मानी है आगे भी हम यह लड़ाई लड़ते रहेंगे. इधर राजद नेता और शक्ति सिंह ने कहा है कि हम कैसी राजनीति कर रहे हैं, जब तेजस्वी यादव अपनी गर्भवती पत्नी से मिलने के लिए उनके पास गये हुए थें तब वहां सीबीआई पहुंच गयी, इससे घटिया राजनीति क्या हो सकती है. शक्ति सिंह यादव ने कहा कि इससे पहले ही हरियाणा और दिल्ली में एक मॉल का मामला उछाला गया था, लेकिन आज तक किसी ने यह नहीं बताया कि वह मॉल किसका था, जबकि उसके उद्धाटन भाजपा सांसद के द्वारा किया गया था.
हम यहां बता दें कि कल ही ईडी ने लालू यादव की तीन बेटियां रागिनी यादव, चन्द्रा यादव और हेमा यादव के आवस पर छापेमारी की थी. इसके साथ ही पटना में राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले अबू दुजान के फुलवारी शरीफ आवास पर छापेमारी की थी, इधर आज सीबीआई ने तेजस्वी यादव को समन भेजा है. अब इस मामले को लेकर विपक्ष बेहद आक्रमक है, वह इन सभी कार्रवाइयों को बदले की कार्रवाई बता रहा हैं, इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार भी इस बार पूरी तरह लालू परिवार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं.